सम्बाददाता: अरविंद कुमार
समाज कल्याण राज्यमंत्री ने कहां 22 जनवरी आदिवासी समाज के लिए गर्व का दिन
श्रीराम ने आदिवासी समाज को दिलाई पहचान
सोनभद्र मे अयोध्या मे 22 जनवरी को आयोजित श्रीराम मंदिर प्राण -प्रतिष्ठा के अवसर पर सोनभद्र मे आदिवासी समाज के लोग भगवान राम के 500 वर्षो के कलयुगी वनवास के बाद अपने घर मे रहने (स्थापित) होने जा रहे है। इससे वन मे रहने वाले जनजातियों मे उत्साह देखने को मिल रहा है। सुबह दोपहर शाम सब राम नाम से हो रहा । 14 वर्ष के वनवास में से अंतिम 2 वर्ष को छोड़कर श्रीराम ने 12 वर्षों तक भारत के आदिवासियों और दलितों को जोड़कर रावण से युद्ध मे पराजित कर उन्हें श्रेष्ठ बनाया ।
वीओ - सोनभद्र के आदिवासियों मे 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा मे मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम भाई लक्ष्मण व धर्मपत्नी सीता के साथ अयोध्या विराजमान होंगे । इसे लेकर आदिवासियों मे गजब का उत्साह है वह हर दिन दीपावली की तरह से मना रहे है हर दिन नाच गाकर अपने भगवान राजा राम के प्रतिष्ठित होने का इन्तजार कर रहे है ।
वीओ - राम नारायण सिंह मिल टी आदिवासी ने बताया राम मंदिर का उद्घाटन हो रहा है इसलिए हम घर पर रोज उत्सव मनाते है, और वहाँ जाकर भी उत्सव मनायेंगे नाचेंगे गाएंगे इसके लिए तैयारी भी कर रहे है । हम बदादेव की पूजा करते है शैल्य सलिल ग्रुप है। इसमे बच्चो को प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकी 22 जनवरी को प्राण- प्रतिष्ठा वाले दिन कला का प्रदर्शन कर सकें । आदिवासी समाज के लोगों का कहना है की हमारे राजा राम 14 वर्ष वन मे हमारे साथ रहकर बिताये और रावण से युद्धकर माता सीता को अयोध्या लेकर वापस आये । 22 जनवरी को प्राण - प्रतिष्ठा के दिन ओ हम सभी आदिवासी समाज के लोग उत्सव की तरह मनाएंगे जिसके लिए हम सभी तैयारियों मे जुटे है।
वीओ - समाज कल्याण राज्यमंत्री संजीव सिंह गौड ने बताया वह खुद आदिवासी समाज के जनजाति बिरादरी से आते है, वह बताते फुले नही समा रहे है, की हमारे आराध्य राजा राम का अयोध्या मे 500 वर्षो का कलयुगी वनवास खत्म हुआ और 22 जनवरी को भव्य प्राण- प्रतिष्ठा होने जा रहा है। हमारे आदिवासी जनजाति समाज मे हर दिन उत्सव की तरह उस दिन सभी दीपावली मनाएंगे।
बाइट - संजीव कुमार गोंड (सामाज कल्याण राज्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार)