सम्बाददाता: Ttn24 न्यूज़ व्यूरो
कासगंज - साइबर ठग ठगी के नए नए तरीके अपना रहे हैं। अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नगर संघ चालक के बेटे का अपहरण का झांसा देकर ठगी का शिकार बनाया है। ठगों ने इकलौते बेटे को अपहरण मुक्त करने की बात कहकर 18 लाख रुपये स्वयं सेवक से ठग लिए। अलग अलग खातों पर ऑनलाइन धनराशि ट्रांसफर करा ली। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर साइबर सेल के जांच सौंप दी है।
अमांपुर कस्बा के गांधीनगर निवासी नगर संघचालक व पाराशर बिल्डिंग मैटेरियल कारोबारी राकेश पाराशर ने बताया कि उनका इकलौता बेटा दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रहा है। शुक्रवार की सुबह लगभग 10 बजे उनके वाट्सएप पर अंजान नंबर से काल आई। फोन करने वाले ने कहा कि तुम्हारा बेटा हमारे पास हैं।
बेटे को जिंदा चाहते हो तो बिना किसी को बताए 18 लाख रुपये दो तभी छोड़ेंगे। ठग ने नगर संघचालक राकेश पाराशर को अपने झांसे में लेकर फोन पर बेटे की आवाज में किसी से बात कराई। बेटे ने रोते हुए कहा-पापा मुझे बचा लो। मुझे किडनैप कर लिया है। इसके बाद उनकी पैरों तले जमीन खिसक गई।
वो काफी डर गए और उन्हें बातों में फंसा कर बेटे को छोड़ने के नाम पर छह बार में 18 लाख रुपये अपने अलग-अलग बैंक खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिए। रुपये भेजने के बाद जब उन्होंने बेटे विशाल को कॉल की तो पता चला कि बेटा तो दिल्ली अपने घर पर ही है तो उनके होश उड़ गए। पीड़ित ने ठगी की शिकायत साइबर अपराध पोर्टल पर की और कोतवाली पुलिस को सूचना दी।
*न्यायिक परीक्षा की तैयारी कर रहे बेटे को घर बुलाया*
नगर संघ चालक का बेटा विशाल दिल्ली में रहकर न्यायिक परीक्षा की तैयारी कर रहा है। जब से अपहरण के फर्जी प्रकरण की जानकारी पिता को हुई तो उन्होंने बेटे को दिल्ली से अमांपुर अपने घर बुला लिया है। पिता का कहना है कि बेटे सकुशल है। साइबर ठगों ने जालसाजी कर उनसे 18 हजार रुपये ठग लिए।
मुकदमा दर्ज कर जांच साइबर सेल को दी गई है। पुलिस साइबर विशेषज्ञों के माध्यम से ठगों की खोजबीन में जुट गई है। साइबर सेल ने जांच शुरू की है। ठगों की तलाश की जा रही है। जिस बेटे के अपहरण की धमकी दी गई थी वह सकुशल है--- यतींद्र प्रताप सिंह, कोतवाली प्रभारी।