संवाददाता:राजेश कुमार पाण्डेय*
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज बाल्मीकि नगर स्थित टंकी बाजार में मां सरस्वती कोचिंग क्लासेज के संचालक संतोष गुप्ता ने अपने कोचिंग क्लासेज में छात्र छात्राओं संग मिलकर विद्धा की देवी मां सरस्वती की विधि वत पूजा अर्चना के साथ हवन यज्ञ एवम प्रसाद वितरण समारोह आयोजित किया गया।
सरस्वती पूजा भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण पर्व है जिसे बसंत पंचमी के अवसर पर मनाया जाता है। इस दिन ज्ञान, संगीत और कला की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है। मां सरस्वती हमेशा सफेद रंग के वस्त्र धारण किए रहती हैं । उनके हाथ में वीणा, पुस्तक, सफेद कमल और माला होती है। मां सरस्वती जल में सफेद कमल के आसन पर विराजमान रहती हैं, जो हमेशा शाश्वत प्रवाह होने का प्रतीक है। मां सरस्वती की चार भुजा होती हैं। मां सरस्वती को सफेद रंग बेहद प्रिय है और वह इसे इसलिए पहनती हैं क्योंकि सफेद रंग पवित्रता, सच्चे एवं दिव्य ज्ञान का प्रतीक है। यह दिन विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है क्योंकि उन्हें ज्ञान और शिक्षा की महत्वपूर्णता की याद दिलाई जाती है।
संतोष गुप्ता शिक्षक ने बताया कि
सरस्वती पूजा न केवल ज्ञान की आध्यात्मिकता का प्रतीक है, बल्कि यह हमें यह भी सीखना है कि ज्ञान का महत्व हमारे जीवन में कितना है। यह पूजा भारत के अनेक हिस्सों में विभिन्न तरीके से बनाई जाती है लेकिन इसका मुख्य उद्देश्य सभी जगह एक समान होता है अर्थात ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त करना।