सम्बाददाता: डॉ सुनील चोपड़ा
आलोट l कहते हैं कि गुरु के बिना ज्ञान नहीं मिलता और गुरु ही जीवन का उद्धार करता है लेकिन शासकीय हाई स्कूल लूणी के प्रभारी प्राचार्य उमेंद्र सिंह डांगी उम्र 50 वर्ष ने अपने घर पर ही सोमवार को फांसी का फंदे लगाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर उनका यह कदम क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है , आखिर उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम कैसे उठाया l शिक्षा जगत में शोक की लहर हो गई हैl जानकारी के अनुसार उमेंद्र सिंह डागी ने शनिवार को रतलाम में शिक्षक संबंधी बैठक में भाग लिया था , रविवार को अपने साले की बारात में मंडवाला गए हुए थेl सोमवार को सुबह 8:00 बजे परीक्षा के लिए लूणी में उपस्थित होना था लेकिन वह नहीं आए संकुल प्रभारी द्वारा शाम 5 बजे तक फोन कॉल करते रहे लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ मंगलवार को सुबह उनके भाई लाल सिंह डांगी ने सुबह करीब 7 बजे घर का दरवाजा खोलना चाहा तो दरवाजा अंदर से बंद था , दरवाजा तोड़ा तो घर के अंदर उमेंद्र सिंह फांसी के फंदे से पंखे से लटका हुआ मिला पुलिस को सूचना दी पुलिस मौके पर पहुंची मर्ग कायम किया है जांच प्रारंभ की जानकारी के अनुसार घर का पूरा परिवार शादी समारोह में गया हुआ था l