संवाददाता:राजेश पाण्डेय
तिरुपति सुगर मील बगहा प्रबंधक दीपक यादव एमडी ने कहा कि इन वर्षों के अपेक्षा अगले वर्ष और भी बेहतर तरीके से गन्ने का पेराई के साथ किसानों को और भी सहूलियत मिले इसके लिए चिनि मिल काफी प्रयासशील है। उन्होंने कहा कि इन वर्ष गन्ना पेराई को लेकर जितनी अपेक्षा थी उतनी नहीं हो पाई जिसका मुख्य कारण गन्ना भेरायटी रहा, जो पार्टीकुलर तरीके से गन्ना भेरायटी 9301, और कई किसानों ने रिजेक्ट भेरायटी लगाया जिसमें ईल्ड नही आई। गन्ना तो काफी एरिया कवर था मगर गन्ना ईल्ड नहीं होने से ऐसा हुआ है।
एमडी ने गन्ना किसानों से अपील किया कि किसान गन्ना लगाते समय लेटेस्ट भेरायटी फैक्ट्री से ले जिसे फैक्ट्री दे रही है जैसे 14201, 15023 और भी 13 हजार सीरीज में दो भेरायटी है और भी कई भेरायटी लेटेस्ट फैक्ट्री ईख अनुसंधान केंद्र से लाकर दे रही है। जिसको भी जरूरत हो वो अपना सीड फैक्ट्री से रिक्वेस्ट करके ले लेवे और बढ़िया खेती करे जिससे ज्यादा से ज्यादा ईल्ड हो।
आपको बताते चले कि गन्ना सीजन के शुरुआती दौर में बहुत से किसानों को चलान पर्ची को लेकर काफी दिक्कतें हुई जिसको लेकर एमडी ने कहा कि बहुत ज्यादा प्रेसर बना चलान पर्चियों का तो मैं क्षमा चाहता हूं कि किसी किसान को तकलीफ हुई हो तो मगर हमारी कोई ऐसी इक्षा नहीं थी आज हम मार्च में चल रहे है, गन्ना कहां है। पिछले साल के अपेक्षा इन वर्ष तो गन्ना बहुत कम है जिस तरह से चलान पर्ची को लेकर प्रेशर बनाया जा रहा था आखिर वो किस बात का प्रेशर था। एक दिन में गन्ना गिराने वाले कि मंशा वाले किसानों को खुद को बदलना पड़ेगा। सिस्टम से ससमय उन सभी किसानों को चलान मिली है जो एक दिन में गन्ना गिराने की मंशा को पाले नहीं बैठे है। किसान ऐप लांच हो जाने से किसानों को काफी लाभ मिल रहा है।