संवाददाता:मनोज कुमार (7409103606)
जसवंतनगर (इटावा): विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत सिरहौल में राजीव ठाकुर पुत्र रमेश चंद्र ठाकुर,रामवीर सिंह तोमर, राजवीर सिंह तोमर,पुत्रगण श्याम प्रताप सिंह तोमर व संदीप तोमर पुत्र शैलेश सिंह तोमर बहुत बड़े भू माफिया है। ग्राम समाज की जगह हो या सार्वजनिक भूमि हो ये लोग जबरदस्ती अपने बल का प्रयोग कर उस भूमि पऱ जबरदस्ती कब्जा कर लेते है। फिर मजाल किसकी जो इनके खिलाफ कोई मुँह खोले और अगर कोई ऐसी हिमाकत करता भी है तो ये लोग इंजाम भुगतने की धमकी देने से भी बाज नहीं आते है।
ऐसा ही एक मामला संज्ञान में लाया गया है। गाटा संख्या 167 है जो कागजों में चकरोड़ के रूप में दर्ज है। जिस पऱ गाटा संख्या 168 के उपरोक्त नामजदों ने बल पूर्वक कई वर्षो से बलात कब्जा कर लिया था. जिसके कारण चकरोड़ से जाने वाले लोग परेशान रहे और धीरे धीरे आने वाली पीढ़ी ये भूल भी गई कि कभी यहाँ चकरोड़ हुआ करता था जिनके खेत पीछे है. वोआधुनिक युग में भी पुरातन युग में जीने को मजबूर है। रास्ता न होने के कारण बैलों से हल चला कर खेती करने को मजबूर है। अगर खेत बगैरह जोतने को या फिर माल उठाने को ट्रेक्टर ले जाना चाहें तो लेजा नहीं सकते क्योंकि रास्ते पऱ तो इन दबंगों ने वलात कब्जा कर ही लिया है. इस कारण से हमेशा झगड़ा होने का अंदेशा बना ही रहता है।
शिकायत कर्ता विजय प्रताप सिंह तोमर पुत्र बृजमोहन सिंह तोमर ने बताया कि वह वर्षो से अपने खेत में जाने के लिए इन्ही की चरण बंदना करता चला आ रहा है। चुंकि ये प्रगतिशील किसान के साथ साथ कुछ लेखपाली गुण भी रखता है। जब इसने नक्शा बगैरह देखा तो इसको ज्ञात हो गया कि हमारे खेत तक आने के लिये चकरोड़ भी है जिस पऱ उक्त दबंग कब्जा किये हुये है तो विजयप्रताप ने इनके खिलाफ 31मई 2023 को धारा 67का मुक़ददमा एस डी एम कोर्ट में दर्ज कराया. जिसका निर्णय 26 अगस्त 2023 को कब्जा धारकों के खिलाफ बेदखली के साथ साथ भारी जुर्माने के साथ आया। जिस पऱ 9 जनवरी2024 को पंचायत लेखपाल राघवेंद्र सिंह ने एक फर्जी आख्या लगा दी कि कब्जा धारियों का कब्जा हटा दिया गया है जबकि हकीकत में ऐसा किया नहीं गया था. जब पुनः 3फरवरी 20240को जिलाधिकारी से शिकायत की गई तो जिलाधिकारी के शख्त रुख के करण तहसील प्रशासन ने ट्रेक्टर चलबा कर कब्जा तो हटवा दिया पऱ राजीब ठाकुर आदि चकरोड़ को बनने नहीं दे रहे है।
आज तक इस जमीन की तहसील प्रशासन द्वारा कुल 6 बार पैमाइश हो चुकी है.पऱ कब्जा धारी चकरोड़ की जमीन से हटने को तैयार नहीं है.7 मार्च 2024 को राजस्व टीम द्वारा की गई पैमाइश से गाटा संख्या 168 के खातेदार संतुष्ट नहीं है.
अब,जब तक जैसे के साथ तैसा व्यवहार नहीं किया जायेगा तब तक समस्या का समाधन सम्भव नहीं है.