संवाददाता:एम.एस वर्मा (6397329270)
मनोज कुमार (7409103606)
गाजीपुर
जयराम और राजनीति की दुनियाँ में चार दशकों तक अपना साम्राज्य चलाने के बाद डॉन मुख़्तार अंसारी अब काली बाग़ के कब्रस्तान में चिर निद्रा में सो गये है.
अब सियासत के गलियारों में चर्चा हो रही है कि डॉन का बारिस कौन ? मुख़्तार अंसारी के दो बेटे अब्बास अंसारी और उमर अंसारी है. अब्बास अंसारी ने पढ़ाई के साथ साथ स्पोर्ट में भी ख्याति अर्जित की है वह अंतराष्ट्रीय निशांनेबाजी प्रतियोगिता में भाग लिया था. 2022 के विधान सभा चुनाव में वह सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के टिकट पऱ मऊ विधान सभा से लगभग पचास हजार मतों से चुनाव जीतकर विधायक चुने गये. इसके बाद उत्तर प्रदेश की सत्ता बदली और राजपाठ बदलने के साथ ही अब्बास अंसारी पऱ अब तक लगभग डेढ़ दर्जन आपराधिक मुकद्दमे दर्ज है और वह कासगंज की जेल में बंद है अब्बास अंसारी के जेल जाने के बाद छोटे बेटे उमर अंसारी ने बड़े परिश्रम के साथ पिता और बड़े भाई के राजनैतिक विरासत को संभाला. उमर अंसारी ने कोर्ट कचहरी के कामों को निपटाने के बाद मऊ विधान सभा की जनता की सेवा में भी जुटे रहे। हालांकि कई मुकद्दमों में भी वह आरोपी बनाये गये और सुप्रीम कोर्ट के जमानत पऱ अभी बाहर है. मुख़्तार अंसारी के ज़नाजे में अंतिम समय अपने पिता के मूछ को ताव देकर उमर अंसारी ने सियासत जगत में एक संदेश दिया है कि डॉन का शरीर भले ही सुपुर्दे ए ख़ाक हो गया है लेकिन उसकी रूह अभी भी अंसारी परिवार में जिन्दा है. अब देखना है कि दोनों भाई अब डॉन क़ी विरासत को किस तरह संभालते है या कोर्ट कचहरी और दुनियाँ के राजनीति के चक़्कर में पड़कर हासिये पऱ आ जाते है.