संवाददाता:मनोज कुमार (7409103606)
पीएलवी कु.नीरज ने कहा कि कानूनी तौर पर 10 से अधिक कर्मचारियों वाले कार्यालयों व कार्यस्थलों पर पॉश कमेटी का गठन करना भी जरूरी है। इस कमेटी के मेंबर्स में कम से कम 50 फीसदी महिलाएं होनी चाहिए। इस एक्ट से कार्यस्थल पर सेक्सुअल हैरेसमेंट की शिकायत दर्ज करवाना ज्यादा आसान हो गया है। इस एक्ट के तहत 90 दिनों के अंदर शिकायत की इंक्वायरी पूरी होना जरूरी है। पीड़ित महिलाएं कार्यस्थल पर ही कमेटी को शिकायत कर सकती हैं या फिर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवा सकती हैं। अगर कमेटी को लगता है कि मामला बहुत गंभीर है तो कमेटी की तरफ से भी शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पंचायत सचिव संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि परिवार व राष्ट्र के विकास में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती होती है। महिलाओं को अपने साथ होने वाले दुर्व्यवहार को कतई बर्दाश्त नहीं करना चाहिए इसके लिए पॉश एक्ट के अंतर्गत गठित आंतरिक शिकायत समितियों में तुरंत ही शिकायत करनी चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन पीएलवी राजेंद्र यादव ने किया। उन्होंने महिलाओं को नालसा के विधिक हेल्पलाइन नंबर 15100 की जानकारी दी। उन्होंने इटावा न्यायालय परिसर में 9 मार्च को लगने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत के बारे में भी बताया। इस दौरान आंगनवाड़ी मुख्य सेविका व कार्यकत्रियां, आशा बहनें और समूहों से जुड़ी महिलाएं बड़ी संख्या में मौजूद रहीं।