जसवंतनगर।घटते लिंगानुपात एवं बेटियों के महत्व पर सीएचसी में महिलाओं को जागरूक किया गया। बेटा-बेटी का भेद खत्म कर जागरूक होने की जरूरत तथा पीसीपीएनडीटी एक्ट पर जानकारी दी गई।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से यहां डॉ. सुशील कुमार के संयोजन में आयोजित हुए उक्त शिविर में डॉ. तृप्ति शुक्ला ने कहा कि हमें न केवल जन्म के समय लिंगानुपात को बेहतर करना है बल्कि घटते लिंगानुपात को बेहतर करना है। सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम कुमार शाक्य ने एक्ट के विभिन्न प्रावधानों एवं नए दिशा-निर्देशों के बारे में जानकारी दी।
पीएलवी ऋषभ पाठक व कु. नीरज ने कहा कि पीसीपीएनडीटी एक्ट पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम भारत में कन्या भ्रूण हत्या और गिरते लिंगानुपात को रोकने के लिए संसद द्वारा पारित एक संघीय कानून है। इस अधिनियम से प्रसव पूर्व लिंग निर्धारण पर प्रतिबंध लगा दिया गया। बेटे और बेटियों के भेद को खत्म करके लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।
इस दौरान स्टाफ नर्स नीलम, सुशीला, बीना, ओटी अतुल कुमार आदि भी मौजूद रहे।