संवाददाता:अर्जून मुर्मू
शिकारीपाड़ा / रानीश्वर: 169वें हुल दिवस के उपलक्ष पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम (शिकारीपाड़ा-भाया- सालतोला से संथाल काटा पोखर तक) आज समाज सेवी हाबिल मुर्मू के नेतृत्व सह आदिवासी मूलवासी विकास मोर्चा के संरक्षक डाॅ भागमत मरांडी के गरिमामय उपस्थिती में संपन्न हुआ।
पदयात्री दल ने कार्यक्रम का शुभारंभ शिकारीपाड़ा स्थित सोगलेपाड़ा और सालतोला सिदो मुर्मू, कान्हू मुर्मू चौक पर अवस्थित
वीर शहीद सिदो मुर्मू, कान्हू मुर्मू के
आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण और श्रद्धाँजलि अर्पण कर किया गया।
इस मौके पर उपस्थित समाज के प्रबुद्धजीविगणों ने एशिया महादेश के महान एवं प्रथम जनक्राँति तथा देश का प्रथम आजादी लड़ाई 1855 के संथाल विद्रोह की ऐतिहासिक घटनाक्रम की पृष्ठभूमि, न्यायिक जनसंघर्ष, महत्वों, मूल्यों, विरासतों के बारे में विस्तार पूर्वक परिचर्चा कर ऐतिहासिक तथ्यों से अवगत कराया।
हुल से प्राप्त परिणाम अलग संथाल परगाना प्राँत मिलना और एसपीटीएक्ट द्वारा जमीन संसाधन का संरक्षण सुनिश्चित संबंधित विस्तार से बातचीत हुई।
इस मौके पर संथाल काटा पोखर के शहीदों के पृष्ठभूमि पर जानकारी साझा की गई। जिसपर प्रतिभागियों ने वीर शहीदों के वीरगाथा पर गर्व महसूस करते हुए उनका जयजयकार किया और उनके न्यायिक
संघर्ष की रास्ते पर सदैव चलने का संकल्प लेकर पदयात्रा कार्यक्रम आगाज किया।
पदयात्रीगणों ने इस मौके सरकार के समक्ष माँग किया कि 1855 के संथाल विद्रोह को देश की आजादी का प्रथम विद्रोह का दर्जा दिया जाए, हुल के वीर गुमनाम शहीदों और घटनास्थलों का चिन्हीकरण और राजकीय सम्मान दिया जाए, हुल के ऐतिहासिक तथ्यों को सभी वर्गों के पाठ्यक्रम पर शामिल किया जाए, एसपीटीएक्ट का उल्लंघन मामले पर जमीनी जाँच-पड़ताल कर कानुनी कार्रवाई किया जाए।
पदयात्री दल ने संथाल काटा पोखर पहुँचकर तत्कालीन वीर शहीदों श्रद्धापूर्वक श्रद्धाँजलि अर्पण कर तथा वीर शहीदों गगनचुम्बी जयजयकार कर कार्यक्रम का समापन किया गया।
पदयात्रा कार्यक्रम पर आदिवासी मूलवासी विकास मोर्चा के संरक्षक डाॅ भागमत मरांडी, रमेश टुडू, रानीश्वर जिप सदस्य लिखन मुर्मू,
पतरास सोरेन, मोहन हेम्ब्रम, अनिल टुडू, सुलेमान मुर्मू, दिलीप हाँसदा, उत्तम मरांडी, पुलिस टुडू, जोसेफ किस्कू, रूपलाल टुडू, लेमधेच मुर्मू, सुनील हेम्ब्रम, धरमन मुर्मू, उकील टुडू, मुरमील मरांडी, फादू हेम्ब्रम सहित भारी तदाद पर लोग शामिल हुए।