व्यूरो
भू माफियाओं के खिलाफ उपजिलाधिकारी ऑफिस के बाहर ज्ञापन किया चस्पा
भू माफियाओं के खिलाफ लुधपुरा मोहल्ले के वासियों ने तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन किया तथा घंटे भर से ज्यादा देर तक ज़ब उनका ज्ञापन लेने तहसील का कोई अधिकारी नहीं पहुँचा तो उन्होंने अपना ज्ञापन एस डी एम कार्यालय गेट पर ही चस्पा कर दिया.
योगी की सरकार की पहली प्राथमिकता जल जंगल और जमीन है. इसकी हर कीमत पर रक्षा होनी चाहिए. इस तरह के जमीनी कब्जे के विवादो पर सरकार ने बहुत कार्य किया है बड़े बड़े भू माफिया तो सरकार ने जमीजोद कर ही दिये है.पर जमीन का लालच है ही इतना बुरा कि इस लालच में कोई न कोई फ़स ही जाता है।
ऐसा ही एक मामला जनपद इटावा की तहसील जसवंतनगर में देखने को मिला. जसवंतनगर तहसील के मुहल्ला लुधपुरा के सभासद प्रतिनिधि भोपाल सिंह उर्फ़ गुड्डा शाक्य व युवा नेता कुलदीप शाक्य तथा किसान नेता कैलाश चंद्र की अगुआई में तहसील मुख्यालय पहुँचे लुधपुरा मोहल्ले के लोगों का कहना था वर्षों से खाली पड़ी जमीनी पर शीतला माता का एक थान ब होलिका दहन का स्थान भी है. यह जमीन गाटा संख्या 136/2 N Z A की भूमि है इस पर लगभग 100 वर्षो से इस मोहल्ले के लोग पूजा अर्चन एवं होलिका दहन कर इस जमीन का उपयोग करते चले आ रहे है.
बीती होली पर भी इन माफियाओं ने मिट्टी डालकर कब्जा करना चाहा था. जिसकी शिकायत ज्ञापन दाताओं ने स्थानीय प्रशासन से करके इन माफियाओं को रुकबाया था. भविष्य में ये माफिया फिर कभी सक्रिय न हों इसलिए ये लोग कोर्ट चले गये जिसका वाद स. 145/2024 न्यायालय सिबिल जज जूनियर डिवीजन इटावा में जय शिब आदि बनाम सतेन्द्र तिवारी विचरण है. जिसकी 23:7:2024 नियत है. परन्तु इन माफियाओं ने कोर्ट की भी परवाह किये बगैर तोड़फोड़ कर डाली स्थानीय लोगों ने द्वारा रोके जाने पर आमादा फ़साद हों गये.
शिकायतकर्ताओं ने पूरा मामला बताते हुए कहा कि हम लोग इन माफियाओं से बहुत परेशान है इस कारण से हम लोग ज्ञापन देने आये है.भाजपा नेता सुरेश गुप्ता भी उनके साथ थे. सुरेश गुप्ता ने कहा कि शासन के स्पष्ट आदेश है कि अधिकारी हर हाल में 10 बजे से 12 बजे तक अपने अपने कार्यालयों में बैठकर लोगों की समस्याओं को सुनें.
लेकिन तहसील स्तर का कोई भी अधिकारी सुबह 11:30 बजे तक उपस्थित नहीं मिले.इससे शिकायतकर्ता आक्रोषित भी दिखे
ज़ब लेखपाल बगैरह को मालूम हुआ कि कुछ लोग हुजूम के साथ ज्ञापन देने तहसील आये है तो समझाने की दृष्टि से आ गये और समझाया भी पर ज्ञापन देने बालों ने आरोप लगाया है कि ये सब आपका ही करा धरा है. उन्होंने लेखपालों की एक नहीं सुनी उल्टा उनको ही लेखपाल पर आरोप लगाया कि इस गेम के मास्टर माइंड आप लोग ही है आप ने ही कागजो में हेरा फेरी की है अब हमको ज्ञान देने की जरूरत नहीं है लेखपालों ने ज़ब उनको आक्रोशित होते हुए देखा तो वहाँ से चले जाने में ही भलाई समझी.
ज्ञापन देने बाले अन्य लोगों में चंद्र शेखर, सीपू, बीके, अनुज सीटू, नेमसिंह, रविंद्र, संजय, महेंद्र सिंह, ज्ञानसिंह, आकाश, चरन सिंह आदि प्रमुख रूप से शामिल थे.