संवाददाता: एम.एस वर्मा, इटावा ब्यूरो चीफ,सोशल मीडिया प्रभारी,6397329
मनोज कुमार जसवंतनगर,7409103606
जसवंतनगर : नगर की ईदगाह मस्जिद में ईद-उल-अजहा (बकरीद) के अवसर पर नमाज अदा कर नमाजियों एक-दूसरे को गले मिलकर मुबारकबाद दी। लोगों ने जहां भाई-चारे का संदेश दिया।
वहीं, देश के लिए अमन की दुआ की।
वहीं, देश के लिए अमन की दुआ की।
नगर की ईदगाह मस्जिद के ईमाम हाफिज शमीउद्दीन फारूकी ने नमाज अदा कराई। इस दौरान नगर व देहात क्षेत्र के तमाम बच्चों, युवाओं सहित बुजुर्ग नमाजियों ने नमाज अदा की। बैसे तो मुस्लिम समुदाय के लोग बकरीद की सुबह से ही तैयारी में जुटे रहे।
क्षेत्र में त्यौहार की रौनक़ रही। सुबह 8 बजने से पहले नमाजी साफ-सुतरे व नए कपड़ो में सजकर सर पर रंगबिरंगी टोपियां पहनकर ईदगाह में पहुंचे औऱ समय से पहुंचकर नमाज अदा की।
बताते चलें कि जिस दिन ईद-उल-अजहा का चांद दिखाई देता है उससे दस दिन बाद ईद-अल-अज़हा की नमाज बाद कुर्बानी की जाती है। कुर्बानी करने का खास मकसद है। माना जाता है कि एक दिन हजरत इब्राहीम से ख्वाब में अल्लाह ने उनकी सबसे प्यारी चीज को अल्लाह की राह में कुर्बान करने को कहा।
इस तरह कुर्बानी की जाती है। नमाज के बाद लोगों ने गले मिलकर एक-दूसरे को ईद की बधाई दी। तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह क्षेत्राधिकारी विवेक जावला थाना प्रभारी निरीक्षक कपिल दुबे की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही।👉जरूर सुनें
क्षेत्र में त्यौहार की रौनक़ रही। सुबह 8 बजने से पहले नमाजी साफ-सुतरे व नए कपड़ो में सजकर सर पर रंगबिरंगी टोपियां पहनकर ईदगाह में पहुंचे औऱ समय से पहुंचकर नमाज अदा की।
बताते चलें कि जिस दिन ईद-उल-अजहा का चांद दिखाई देता है उससे दस दिन बाद ईद-अल-अज़हा की नमाज बाद कुर्बानी की जाती है। कुर्बानी करने का खास मकसद है। माना जाता है कि एक दिन हजरत इब्राहीम से ख्वाब में अल्लाह ने उनकी सबसे प्यारी चीज को अल्लाह की राह में कुर्बान करने को कहा।
इस तरह कुर्बानी की जाती है। नमाज के बाद लोगों ने गले मिलकर एक-दूसरे को ईद की बधाई दी। तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह क्षेत्राधिकारी विवेक जावला थाना प्रभारी निरीक्षक कपिल दुबे की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही।👉जरूर सुनें