संवाददाता: एम.एस वर्मा इटावा ब्यूरो चीफ सोशल मीडिया प्रभारी, 63973292270
मनोज कुमार जसवंतनगर,7409103606
*प्रतिबंधित खारजा स्केप में धड़ल्ले से चल रहा अवैध मत्स्याखेट विभाग अनजान*
"राजस्व टीम व पुलिस चौकी की साठ गांठ से चल रहा है अवैध धंधा"
जसवंतनगर। भोगनी पुर गंग नहर में बलरई से निकली खारजा झाल स्केप पर उत्तर प्रदेश हाई कोर्ट से मत्स्याखेट करने के लिए प्रतिबंधित है उसके बाबजूद भी मछली शिकारियों द्वारा अवैध तरीके से राजस्व को लाखों का नुकसान पहुंचाकर चोरी की जा रही है। यह पूरा वाकया बलरई थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है और यहां तहसील की राजस्व टीम के साथ पुलिस जानकर भी अनजान बनी हुई है।
TTN की टीम ने जब बलरई स्केप का जायजा लिया तो स्केप के अंदर जाल बिछा कर मछलियों का शिकार किया जा रहा था मछली शिकारी मछलियों का शिकार कर रहे थे और शिकार में प्रयुक्त की जा रही नाव में लगभग बीस से तीस कुंतल मछली के बच्चे भरे हुए थे इसके अलावा कीरतपुर गांव में बने मछली गोदाम में रात के समय में चोरी छिपे मंडी के लिए बर्फ लगाकर मछली को लोड किया जा रहा था
तभी इन्ही लोगों में से नाम न छापने की शर्त पर एक व्यक्ति ने बताया कि इस कार्य को अवैध मछली माफियाओं द्वारा प्रतिबंध होने के बाद भी स्थानीय पुलिस की साठगांठ से चलाया जा रहा है इसमें कुछ नामजद लोगों द्वारा शिकारी रामू द्वारा मछली का शिकार करके लाखों का राजस्व को चूना लगाया जा रहा है।
बात अगर यमुना नदी में मछली के ठेके की करें तो फिलहाल यमुना नदी में मछली पकड़ने व शिकार करने पर पूर्ण तरीके से प्रतिबंध लगा हुआ है उसके बाबजूद भी खंदिया यमुना पुल समीप यमुना नदी में मछली शिकार के लिए रोक लगी हुई है वही लखेरे कुंआ पुलिस चौकी क्षेत्र में कचौरा घाट यमुना नदी पुल के समीप बलरई से निकली खारज़ा झाल स्केप जो हाई कोर्ट के प्रतिबंध के आदेश के बाद भी माफिया मछली का शिकार कर रहे हैं।
*बोले जिम्मेवार*
इस मामले की ज्यादा जानकारी के लिए मत्स्य विभाग की असिस्टेंट डायरेक्टर गायत्री पांडेय से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि बलरई स्केप पर उत्तर प्रदेश हाई कोर्ट की रोक अभी बरकरार है जबकि यमुना नदी में मछली शिकार पर सीजन ऑफ की वजह से रोक लगी हुई अगर उसके बाबजूद भी मत्स्याखेट किया जा रहा है तो में जांच करवाकर कार्यवाही करूंगी फिलहाल मुझे इस मामले में जानकारी नहीं है- *गायत्री पांडेय असिस्टेंट डायरेक्टर मत्स्य विभाग.