संवाददाता:एम.एस वर्मा
सैफई के पूर्व सीओ विनय चौहान को पत्नी ने रंगेहाथ दूसरी महिला के साथ पकड़ा, फिर की जमकर पिटाई,
बस्ती में पुलिस मोहकमे को शर्मसार करने का मामला सामने आया है. जहाँ सीओ सदर के सरकारी आवास पर उनसे मिलने आई प्रेमिका को सीओ की पत्नी व बेटी ने पहले रंगेहाथ पकड़ा और फिर जमकर पिटाई कर डाली. कमरे में बंद करके जूतों से पीटा.
बस्ती में पुलिस मोहकमे को शर्मसार करने का मामला सामने आया है. जहाँ सीओ सदर के सरकारी आवास पर उनसे मिलने आई प्रेमिका को सीओ की पत्नी व बेटी ने पहले रंगेहाथ पकड़ा और फिर जमकर पिटाई कर डाली. कमरे में बंद करके जूतों से पीटा. इस मामले में सीओ ने अपनी पत्नी व बेटी का पक्ष लेते हुए अपनी प्रेमिका को दो महिला कांस्टेबल बुला कर गिरफ्तार करा दिया था. वहीं अब इस मामले में सीओ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
पीड़िता ने पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि वह जयपुर में हेल्थ विभाग में अधिकारी है. बताया कि वह पांच साल से सीओ विनय चौहान के साथ रिलेशनशिप है. 26 मई को वह गाड़ी से सीओ से मिलने बस्ती आई थी. तभी अचानक से सीओ की पत्नी व बेटी ने मारपीट शुरू कर दी.
कमरे में घसीटते हुए फाड़ दिए कपड़े, पीटा पीड़िता ने बताया कि सीओ की पत्नी व बेटी ने उसे एक कमरे से दूसरे कमरे में घसीटते ले गई. मेरे कपड़े भी फाड़ दिए। जिससे मेरे शरीर पर चोट के निशान हैं. मेरी बाई आंख के नीचे व हाथों पर चोट के निशान हैं. जूते से भी मेरा मुंह दबाया, उसके बाद रात 2 बजे सीओ ने दो महिला कॉन्स्टेबल बुलाकर मुझे गिरफ्तार करवा दिया. महिला इस अपनी तहरीर में आरोप लगाया कि सीओ बोले जाओ तुम मर जाओ मैं अपनी फैमिली को नहीं छोडूंगा.
महिला की तहरीर में लिखा है कि घटना के समय सीओ अपनी फैमिली का सपोर्ट किया. कहा कि तुम मर जाओ मैं अपनी फैमिली को नहीं छोडूंगा. जबकि मेरे साथ 5 साल रिलेशन थे. शादी की भी बहुत बार बात की थी, अब समय आने पर मुकर गए हैं. इसलिए उनसे मैं मिलने बस्ती आई थी. और उसी दौरान उनके सरकारी आवास पर मेरे साथ मारपीट की गई है.
पूरे प्रकरण की जाँच एस.पी सिद्धार्थनगर कर रहे हैं मामले की जांच पुलिस अधीक्षक के अनुरोध पर आई.जी राम कृष्ण भारद्वाज ने इस केस की विवेचना सिद्धार्थनगर की एस.पी प्राची को सौंपी है. इस मामले में पुलिस अधीक्षक गोपाल कृष्ण चौधरी ने कहा कि दोनों परिवार के बीच का व्यक्तिगत मामला है. मुकदमा दर्ज होने के बाद सीओ के स्थानांतरण के लिए डीजीपी मुख्यालया को पत्र लिखा जा चुका है.