संवाददाता:एम.एस वर्मा इटावा ब्यूरो चीफ,सोशल मीडिया प्रभारी, 6397329270
मनोज कुमार जसवंत नगर, 74091003606
जसवंतनगर/इटावा। क्षेत्र में विद्युत विभाग से जुड़े कई चौंका देने वाले मामले सामने आए हैं जहां सैकड़ो की संख्या में मुर्दों के नाम पर विद्युत सप्लाई की जा रही है और उसके बदले में बिल भी जमा कराए जा रहे हैं।
दरअसल नगर व ग्रामीण क्षेत्र दोनों में ऐसे तमाम मामले सामने आए हैं जहां जिस व्यक्ति के नाम कनेक्शन जारी था उसकी मृत्यु सालों साल पहले हो चुकी किंतु उनके नाम पर जारी विद्युत कनेक्शन से ही विद्युत सप्लाई अभी तक चल रही है और बिल भी जारी किए जा रहे हैं जिनका भुगतान भी उन मृत कनेक्शन धारकों के नाम से ही जमा किया जा रहा है। ऐसा नहीं कि विद्युत विभाग को इस संबंध में कोई जानकारी न हो किंतु फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है बस इंतजार किया जाता है कि कब मृतक के वारिस उस विद्युत कनेक्शन को विच्छेदन या फिर नामांतरित कराने की खुद ही पहल करें।
विद्युत विभाग को तो सिर्फ विद्युत बिल जमा करने से मतलब है जानबूझकर भी उन मृत होने वाले कनेक्शन धारकों के उत्तराधिकारियों को नामांतरण हेतु न तो इस संबंध में कोई नोटिस भेजा जाता है और न ही कनेक्शन काटा जाता है। आखिर इसमें किसे लापरवाह माना जाए और क्यों! उन कनेक्शन धारकों के कई साल पहले मृत्यु हो जाने हो जाने के बाद भी नामांतरण कराने हेतु विभागीय प्रक्रिया शुरू क्यों नहीं की जाती है। यह आंकड़ा क्षेत्र में हजारों का हो सकता है आखिर कौन जिम्मेदार है!
हमारी पड़ताल में पता चला है कि प्रत्येक वार्ड तथा प्रत्येक गांव में करीब दर्जन भर या उससे अधिक विद्युत कनेक्शन अभी तक उन लोगों के नाम से चल रहे हैं जिनको ये दुनियां छोड़े हुए एक दशक या इससे भी अधिक समय बीत चुका है अब सवाल यह उठता है कि आखिर विद्युत विभाग मुर्दों से बिल कैसे जमा करा लेता है!
एक व्यक्ति ने बताया कि उसके पिता की मृत्यु करीब 6 साल पहले हुई थी उन्होंने विद्युत कनेक्शन को नामांतरित कराने हेतु कई बार निवेदन किया किंतु अभी तक कुछ नहीं हुआ। पिछली बार डेढ़ महीने पहले भी प्रार्थना पत्र दिया था तब भी आश्वासन मिला था।
एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि उनके पिता की मौत करीब 4 साल पहले हुई थी विभाग के चक्कर लगाते लगाते परेशान हो गया। एक व्यक्ति का तो यह तक कहना है कि जटिल प्रक्रिया के चलते नामांतरण न तो विभाग करना चाहता है न ही वो कराना चाह रहा है।
जबकि कुछ लोगों का कहना तो यह भी है कि उनके पिता या दादा के नाम विद्युत कनेक्शन था और उनकी मौत कई साल पहले हो चुकी है किंतु अभी तक विद्युत कनेक्शन नामांतरित नहीं हो सका है उन्हीं के नाम से चल रहा है।