संवाददाता: जेएन द्विवेदी
छतरपुर पुलिस द्वारा निरंतर सड़क दुर्घटनाओ में कमी लाए जाने हेतु अभियान चलाया जा रहा है। छतरपुर पुलिस के इस प्रयास से विगत वर्षो की तुलना में लगभग 45% की कमी आई है। सड़क दुर्घटनाओं में कमी हेतु थाना यातायात प्रभारी निरीक्षक बृहस्पति साकेत, यातायात पुलिस, आकस्मिक पुलिस सेवा डायल 100, सहित समस्त थानों की पुलिस टीम द्वारा निरंतर कार्यवाही की जा रही है।।
iRED की गणना अनुसार
सन 2022- में 1 जनवरी से 30 जून तक- 754 वाहन दुर्घटनाएं हुई थीं, जिसमें 299 लोग मृत हुए,
सन 2023 में- 1 जनवरी से 30 जून तक- 830 वाहन दुर्घटनाएं हुई थीं, जिसमें 325 लोग मृत हुए,
सन 2024 मे- 1 जनवरी से 30 जून तक, 432 वाहन दुर्घटना हुईं हैं जिसमें 184 लोगो की मृत्यु हुई, आंकड़ों के अनुसार लगभग 50 प्रतिशत की कमी सड़क दुघटनाओ में हुई है।
ब्लैक स्पॉट मे कमी– वर्ष 2023 की तुलना मे वर्ष 2024 मे परिशोधन कार्य होने से कुल 03 ब्लैक स्पॉट की कमी आई है जिससे तीन दुर्घटना वाले स्थान ब्लैक स्पॉट की श्रेणी से हटाए गए,
01. सैमरा पुल ( थाना बक्सवाहा)
02. अटरा सरकार(थाना गढीमलहरा)
03. करारा बस स्टेण्ड ( थाना आलीपुरा)
वर्ष 2025 में अन्य 03 ब्लैक स्पॉट - बसारी तिराहा, गंज तिराहा (थाना वमीठा), राजा पैट्रोल पंप (थाना आलीपुरा) ब्लैक स्पॉट परिशोधन कार्य होने से ब्लैक स्पॉट की सूची से हट जायेगे।।
बढ़ती सड़क दुर्घटनाओ में कमी के मुख्य कारण।
यातायात जागरूकता संवाद
बस चालको , ऑटो चालको , ई रिक्शा चालक , स्कूल बस चालको के साथ बैठक कर संवाद कर सभी को यातायात जागरूकता एवम यातयात नियमो के प्रति सजग बनाया जा रहा है,।।
यातायात समर कैंप आयोजन।
जिसमे जिला मुख्यालय एवम अनुभाग स्तर पर छात्र, छात्राओं को यातायात मशीनरी प्रशिक्षण , यातायात संकेतो का प्रशिक्षण, ब्लैक स्पॉट अतिसंवेदनशील दुर्घटना स्थलों अवलोकन,आदि यातयात प्रशिक्षण दिया जाकर जिले के करीब 600 छात्र छात्राओं को रोड सेफ्टी प्रमोटर के तौर पर तैयार किया गया, उनमें से करीब 60 छात्र ट्राफिक वार्डन बन यातायात व्यवस्था बनाने में यतायात पुलिस का सहयोग कर रहे है।।
घटना स्थलो का भौतिक निरीक्षण।।
जिले मे होने वाली गभींर सडक दुर्घटनाये घटना स्थलो का सूक्ष्मता से मौके का तत्काल भौतिक निरीक्षण कराया जा रहा है, एवं सडक दुर्घटना के कारणो का अवलोकन कर, घटना स्थल पर संबंधित विभागों द्वारा तत्काल परिशोधन कार्य कराये जा रहे है।
परिवहन व मालवाहक वाहनो पर कार्यवाही।
आकड़ो के अनुसार सड़क दुर्घटनाओ का मुख्य कारण ओवरस्पीडिंग, ओवरलोडिंग व शराब पीकर वाहन चालाना पाया गया। जिसमें कमी लाने हेतु बस , ट्रक ऑटो, ईरिक्शा आदि वाहनो की निरन्तर चैकिंग की जा रही है जिसमे वाहनो के कागजात फिटनिस इत्यादि को चैक किया जा रहा है। अब तक ओवर लोडिंग सवारी वाहनो पर इस वर्ष कुल 228 चालान काटे गये एवं 56000 रूपये समन शुल्क बसूला गया, शराब पीकर वाहन चलाने वाले वाहन चालको के विरुद्ध लगातार कार्यवाही की गई एवं कुल समन शुल्क 154500 रूपये वसूला गया,शहर में ध्वनिप्रदूषण करने वाले वाहन, मोटरबाइक मोडिफाइड साइलेंसर पर कार्यवाही, स्कूली बच्चो की सुरक्षा के लिए स्कूल वाहनों पर लगातार निगरानी एवम कार्यवाही की जा रही है, आदि अन्य सभी प्रकार के वाहन जो नियमो के विरुद्ध संचालन करते पाए गए उन पर भी सतत और निरंतर कार्यवाही जारी है, जिससे जिले में आज वाहन चालकों में यातायात नियमो के उलंघन पर कठोर कार्यवाही का भय उत्पन्न हुआ है।
जिले में आज सड़क दुर्घटनाओ में कमी लाने और यातायात नियमो के प्रति जागरूकता लाने लगातार नित नए नवाचार किए जा रहे है, और लगातार जन संवाद किया जा रहा है, यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने जनता द्वारा दिए गए सुझावो पर गंभीरता से कार्य किया जा रहा है, मीडिया द्वारा यातायात जागरूकता संदेश का प्रचार प्रसार आम जन मानस के बीच लगातार किया जा रहा है जिसके फलस्वरूप आज सड़क दुर्घटनाओ में यह कमी हमे देखने को मिली है।।