संवाददाता: रेहान खान तनवीर, 9452755077
निकला आशूरा मोहर्रम का जुलूस, कर्बला में सुपुर्दे खाक हुईं ताजिया
फर्रुखाबाद मे बुधवार को इमाम हुसैन व उनके जांनिसारों के इसाले सवाब के लिए घरों में कुरआन ख्वानी, फातिहा ख्वानी व दुआ ख्वानी हुई। अकीदतमंदों में लंगर बांटा गया। शाम को जिन्होंने दसवीं मोहर्रम का रोजा रखा था, उन्होंने मगरिब की अजान पर रोजा खोला मोहर्रम की 9, व 10 तारीख को रोजा रखा जाता है
सिया समुदाय में आशूरा वाले दिन का रोजा नहीं रखते हैं आज का दिन कुछ नहीं खाते पीते पार्टी शीलमाल जो लोग कर्बला में नजर दिलाते हैं वह अपने बच्चों को खिलाते हैं जब आज के दिन कर्बला में जो लोग शहीद हुए थे खाने के लिए कुछ नहीं था तब उन बच्चों के लिए यह बिस्किट और सीनमाल नज़र दी लाकर बच्चों को खिला दी जाती है यह चीजें बच्चों की लिए है हम लोग के लिए भूखे प्यासे रहते है
सिया समुदाय में आशूरा वाले दिन का रोजा नहीं रखते हैं आज का दिन कुछ नहीं खाते पीते पार्टी शीलमाल जो लोग कर्बला में नजर दिलाते हैं वह अपने बच्चों को खिलाते हैं जब आज के दिन कर्बला में जो लोग शहीद हुए थे खाने के लिए कुछ नहीं था तब उन बच्चों के लिए यह बिस्किट और सीनमाल नज़र दी लाकर बच्चों को खिला दी जाती है यह चीजें बच्चों की लिए है हम लोग के लिए भूखे प्यासे रहते है
मोहर्रम की दसवीं तारीख को शहीद-ए-आजम हजरत सैयदना इमाम हुसैन व उनके साथियों की शहादत को याद करते अलम व ताजिया जुलूस निकाला गया। जुलूस कर्बला पहुंचकर समाप्त हुआ जहां, शहीदाने कर्बला को खिराज-ए-अकीदत पेश करने के बाद अलम व ताजियों को सुपुर्दे खाक किया गया।
दसवीं मोहर्रम को मेहंदी बाघ ठंडी सड़क , मदारबाड़ी भूरा वाली गली सुभाष चौक चौक बाजार पक्का पुल तिकोना चौकी तहसील किराया तिराह मनिहारी नखास खटकपुरा यह सब चौक बाजार से कर्बला जाते हैं चारों तरफ से चौक पर एक साथ से जुलूस निकले।
जुलूस सुबह से ही सड़कों पर दिखाई देने लगे थे। छोटे-छोटे ताजिया दिन में ही कर्बला में दफन कर दिए गए जबकि, बड़े ताजियों व अलम के जुलूस रात सड़कों पर दिखाई दिए। मेन मेन जगह पर मातम किया गया फर्रुखाबाद में नहीं हुआ छुरियों का मातम नही हुआ प्रशासन की दिखी पहनी नजर डॉन कैमरा उड़ाया गया
मौलाना सैय्यद सदाकत हुसैन सेथली ने कहा कि आशूरा के दिन शिया समुदाय व सुन्नी समुदाय लोग कर्बला में आते हैं उन सबका धन्यवाद करता हूं मैं प्रशासन नगर पालिका सबका धन्यवाद करता हूं कि आज मेरे साथ कर्बला तक आए इस मौके पर आफताब हुसैन नफीस हुसैन शादाब जैदी वाहिद अली आलिम ख़ान शोवी जैदी आदि लोग मौजूद रहे