संवाददाता: मनोज कुमार, 7409103606
हमारा मकान रकबा नंबर 31 में बना है. नगर पालिका बताये कि उसकी दूकान किस रकबा नंबर में बनी है.
बसुधा वर्मा ने जिलाधिकारी इटावा को तहसील दिवस में लिखित प्रार्थना पत्र दिया कि हमारी भूमि पर नगर पालिका परिषद जसवंतनगर ने बलात रातों रात कब्जा किया था. ये उस समय क़ी बात है ज़ब चुंगी घरों का पक्का निर्माण कार्य कराया गया था.
शासन के स्पष्ट आदेश है कि कोई भी भू माफिया, गुंडा, दवंग, किसी की भूमि पर अबैध कब्जा नहीं कर सकता.अगर नगर पालिका ने अवैध कब्जा नहीं किया है. तो उनके पास बैध कागज़ भी होंगे. वे पेश करें.साथ ही साथ अपना दुःख और पीड़ा व्यक्त करते हुए प्रशासन पर आरोप भी लगाया है. कि नगर पालिका ने हमारी ज़मीन हड़पी है. और अधिकारियो ने जाँच भी नगर पालिका को ही दे दी है.
ये तो अजीब बात है. चोरो की जाँच पुलिस करती है कोई चोर नहीं. आपने एक कहावत तो सुनी ही होंगी कि चोर चोर मौसरे भाई. इनसे न्याय की उम्मीद लगाना ही बेमानी है.
नगर पालिका टीम हमारे द्वार पर मौका मायना करने आती है. चुंगी घर नालेके अलाबा भी बैध या अबैध जमीन पर बना है या नहीं इसकी जाँच न करके हमारे बने मकान को अबैध बताना शुरू कर देते है. कहते है घर बाद में बना चुंगी घर पहले से बना था. गुंडई से बात करता नगर पालिका का रिटायर्ड कर्मी सुभाष यादव मामा
नगर पालिका का रिटायर्ड कर्मी सुभाष यादव मामा ने तो गुंडा गर्दी की सारी सीमाएं तोड़ दी. और शिकायत कर्ती महिला से धमकाते हुआ बोला तू चुंगी की बहुत शिकायत करती है अब तेरे अबैध बने मकान पर हम विल्डोजर चलबाएंगे तब तू मानेगी।सुभाष यादव को अपने यादव होने का बहुत गुरुर है कंस .ने और शकुनी मामा ने महाभारत करा डाला तो फिर ये मामा कैसे पीछे रह सकता है.और जिसकी जाति के आगे यादव लिखा हो तो फिर पूछने ही क्या. *इस सुभाष यादव जी* ने मामला पहले मुर्गी बनी या अंडा की तर्ज पर इस चुंगी की जाँच की दिशा ही बदलबा डाली.
अधिकारीयों को नगर पालिका से बैध कागजात माँगने चाहिए थे. उल्टे शिकायत कत्री से ही कागजातों की माँग की जाने लगी है.
वसुधा वर्मा ने बताया है हमारे पास 21:12:1976 का बैनामा है. तब शकुनी मामा का जन्म भी नहीं हुआ होगा.
अधिशाषी अधिकारी से अनुरोध पूर्वक कहा जो लोग रिटायर्ड हो गये है आप उनका सहयोग लें पर हमारे घर आकर सलीके से पेश आये.हमारी जाँच को मदारी का पिटारा बना दिया गया है जिसमें कभी कभी कबूतर तो कभी फूल और कभी सर्प निकल रहे है.
चुंगी या अबैध दूकान की वर्तमान स्थिति को देखकर निर्णय लेना चाहिए। पर वो ऐसा नहीं करेंगे।हम फिर शपथ पूर्वक व्यान करते है कि हम पिछले व्यान पर अडिग है।गुलामी केपूरे जीवन से आजादी की एक सांस अच्छी है.
पत्रकार बंधुओं को पीसी के माध्यम से आगे के कदम के बारे में पूरी जानकारी दें दी जायेगी, जिससे लाइव कबरेज कर सकें।