संवाददाता: मनोज कुमार
वसुधा वर्मा के द्वारा दिये गये प्रार्थना पत्र पर राजस्व टीम और पुलिस टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया.
जिसमें उप जिलाधिकारी सत्यजीत,नायव तहसीलदार नेहा सचान और हल्का लेखपाल मनीष दुवे आदि शामिल थे.
नेहा सचान ने बताया कि चुंगी हटाने या गिराने का प्रोसिस हमारे हाथ में नहीं है. इसके लिए नगर पालिका से डोकुमेंट्स मांगे गये है. उस पर डी एम साहब एक्शन लेंगें फिलहाल हम आपके द्वार पर वाहनों के खडे करने की समस्या, गंदगी की समस्या का निस्तारण करने आये है. इन्होने शिकायत कर्ता को झांसे में लेकर संतुष्टि के हस्ताक्षर करा लिए है किया गया समाधानहमारी मुख्य समस्या अबैध बनी दूकान है. इसके संबंध में उपजिलाधिकारी और नायब तहसीलदार ने एक भी शब्द नहीं बोला है
प्राथिनी द्वारा दिया गया शिकायत पत्रअगर गंदगी, वाहनों, हमारी तरफ लगाई गईं टोंटी आदि को लेकर हमारी पूरी समस्या का समाधान कर दिया जाता है तो हमारे साथ अधिकारीयों ने सरासर धोखा किया है जिसकी जानकारी जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री को भी अबगत करायेगे कि आपके अधिकारी समस्या का समाधान किस प्रकार से धोखा देकर करते है। जिससे शिकायतकर्ताओं को न्याय नहीं मिल पाता है और वो दफ्तरों के चक्कर काटते रहते हैं।शासन के मनसा के अनुरूप कार्य नहीं करते है. इसमें जादूगरी दिखाते है.
आज पुनः हम व्यान देते है कि अगर हमारी चुंगी घर हटाए जाने के संबंध में कोई कार्यवाही नहीं होती है। तो हम आत्म दाह जरूर करेंगी। भले ही प्रशासन हम पर कोई भी दंडात्मक कार्यबाही क्यों न करें और इसकी जिम्मेदरी इन्ही अधिकारीयों की होंगी ।जो हमको धोखा देकर समाधन कर रहे है।