संवाददाता: एम.एस वर्मा, इटावा ब्यूरो चीफ, सोशल मीडिया प्रभारी, 6397329270
मनोज कुमार जसवंतनगर
नगर पालिका जसवंतनगर नई आबादी रेलमंडी नहर का पुल के पास आज रात अज्ञात ट्रक ने एक गाय के बच्चे को टक्कर मार दी जिसके कारण उसके तीन पैर बिल्कुल फ्रैक्चर हो गए और टूट कर अलग हो गए. स्थानीय निवासियों का कहना है यहां पर अंधेरा होने के कारण हर दिन कोई न कोई घटना होती ही रहती है.घटना के कारण गायों के बच्चों की जान जाती है
घनी आबादी होने के कारण गौबंश आसपास से यहां आकर बैठ जाते हैं यहां के निवासियों ने यह भी कहा है कि नगर पालिका के द्वारा अगर यहां पर लाइट की संचित व्यवस्था की जाए तो एक्सीडेंट होना बंद हो जाएंगे दूर से आने वाले वाहनों को दिख जाएगा की मवेशी बैठी हुई है लोगों ने यह तक कहा है इस बारे में अध्यक्ष से कई बार शिकायत भी की लेकिन आज तक नहर के पुल से लेकर नारायणी स्कूल तक लाइट की समुचित व्यवस्था नहीं की गई इसी हीला हवाली के कारण आज तक कई गायों की और दुपहिया वाहन चालकों की जानें जा चुकी है
आज जानवरों का सचल इलाज करने वाली गाड़ी के द्वारा एक बच्चे का रेस्क्यू किया गया. जिस पर चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इसके बचने की कम ही संभावना है क्योंकि इस गाय की बछिया के तीनों पैरों में जोरदार टक्कर के कारण पैर टूटकर अलग हो गए हैं इस कारण इनका जुड़ना अब संभव नहीं है।
सरकारी दावों में तो सड़कें गौवंशों से तो मुक्त है. पर हकीकत में जितनी मौतें इन आवारा जानवरों के कारण हो रही है उतनी मौतें तो देश की रक्षा करने में भी नहीं हो रही है. साथ ही साथ जानवर भी घायल हो रहे है या मर रहे है.
हाँ ये बिल्कुल सत्य है ज़ब कोई वीआईपी दौरा होता है तब जरूर सड़कें कुछ देर के लिए आवारा जानवरों से मुक्त जरूर हो जाती है.यध्यपि सरकार नें ऐसी मोतों को दैवीय आपदा माना है और मृतक के परिवारी जनों को चार लाख मुआवजा देने का वायदा किया हुआ है. पर कोई भी अपने प्रियजनों को खोना नहीं चाहता है
सरकार को बहुत जल्दी इस जादुई आंकड़े से वाहर निकलना ही होगा.