संवाददाता:एम.एस वर्मा, सोशल मीडिया प्रभारी उत्तरप्रदेश ttn24 न्यूज़ व्यूरो, 6397329270
मैनपुरी
*भाइयों का हिस्सा बेटों के लिए जोड़ने बाले महाठग साहब सिंह का दिन का चैन और रातों की नींद क्यों उड़ी जानने के लिए इस न्यूज को पढ़िए क्या है मामला*
*बेटा हुए शराबी कबाबी*
ऐसा ही एक मामला जनपद मैनपुरी की कोतवाली के अंतर्गत आने बाली ईशन नदी के पुल के पास बने वर्मा सर्विस सेंटर से जुडा हुआ है
वर्मा सर्विस सेंटर जो वाहनों की धुलाई के लिए जाना जाना जाता है. इसका कथित मालिक बहुत ही कमीना और ठग बेईमान चार सौ बीस आदमी है.
*भाइयों का हिस्सा हडपा इसने*
इसका कथित मालिक मूल रूप से ग्राम हरकुपुर तहसील ब थाना जसवंतनगर जिला इटावा का निवासी है. जो चार भाइयों मे सबसे बड़ा है और उतना ही बड़ा हरामी और कमीना भी है.पिता स्व रामनाथ ने भाग दौड़ करके इसको आर ई एस विभाग मैनपुरी मे जॉव से लगबा दिया था. कुछ दिन काम करने के वाद ज़ब इसकी जान पहचान उच्च अधिकारीयों से हो गई तो इसने उसी विभाग मे ठेकेदारी भी की थी इसमें भी ठेकेदारी के नाम से लाखों रुपया घर हरकुपुर से ठग लाया था जिसको देने का वायदा कर वापस नहीं किया था.पिता रामनाथ ने मैनपुरी मे खारा भूमि नंबर 146 रकबा 0-45 डे. मौजा अकुडिया देहात परगना ब तहसील ब जिला मैनपुरी के 1/2 भाग का अपने नाम बैनामा कराया था. जो रामनाथ के नाम कागजों मे 2003 तक दर्ज रहा. स्व.रामनाथ ने ही वाहनों की धुलाई करने हेतु इस सर्विस सेंटर का निर्माण कराया था. जो चल निकला इससे अच्छी खासी कमाई होनी लगी थी.और तब तक इस प्लाट की कीमत भी करोड़ो मे पहुंच गई क्योंकि इस प्लॉट के फ्रंट पर भोगाब मैनपुरी रोड़ है और पीछे चाँदेश्वर होते हुए देवी रोड़ मे मिला है आगे पीछे डवल रोड़ और बस्ती हो जाने के कारण प्लाट अमूल्य हो गया. रामनाथ की मौत 1992 को हो गई थी.इसी दरम्यान साहब सिंह की नीयत मे जमीन को लेकर खामी आ गई. इसने फर्जी नोटेरी बसीयत के आधार पर नायब तहसील दार की अदालत से साठ गाँठ कर वर्ष 2004 मे ये जमीन अपने नाम करा ली.और इस राज को भाइयों छुपाये रखा. भाई इस पर भरोसा करते रहे. इसने भाइयों की पीठ में छुरा भौकने का काम कर डाला.
ज़ब इस कथित बेईमान ने उसमें से प्लॉट बेचना शुरू किया तब भाइयों को पता चला और भाइयों ने हिस्सा माँगा तो इसने गाली गलौज किया कहा जमीन तो हमारे नाम है तुम लोगों का हिस्सा कैसे बनता है. माता केतुकी देवी ने इस कथित ठग साहबसिंह को बहुत समझाया कि अपने छोटे भाइयों के हिस्से की बेईमानी मत करो तुम्हारा बहुत बुरा होगा. पर लालच बुरी बला होती है. ये कतई नहीं माना.कई बार रिश्तेदारों ने पंचायत भी क़ी लेकिन एक कहावत है. जिसने लादली तो लाज कहाँ,,बाला मार्ग अपना लिया. तब जाकर इसके भाइयों ने इस जमीन पर मु सँ 151/12 दर्ज कराया. ज़ब SDM अदालत से हारने लगा तब कमिशनरेट आगरा मे अपील दाखिल की जो बर्षों वाद बलहीन होने के कारण खारिज कर दी गई. फिर ये हाईकोर्ट इलाहबाद गया. वहाँ भी अदमय पैरबी मे इसकी अपील ख़ारिज हो गई. फिर इसने दो भाइयों को हिस्सा देने का लालच देकर अपने पक्ष मे कर लिया और जो मुक़ददमा भोगाब मे चल रहा था. उसमें बाबू को ले देकर इसने फ़ाइल ही गायब करा दी ये इतना बड़ा नटबर लाल है.
फिर इसके खिलाफ एम एस वर्मा ने जो इससे छोटा भाई है उसने ए सी जे एम मैनपुरी मे परिबाद संख्या 145/ 2004 दाखिल किया.जिसमें इसके खिलाफ आदेश पारित हो चुका है
*आदेश*
अभियुक्त गण साहब सिंह, बलबीर सिंह, एवं सर्वेश कुमार को अंतर्गत धारा 419,420 भा. द. स. विचरण हेतु 30.9.2021 को न्यायालय जरिये सम्मन तलब किया जाता है.
ये आदेश होते ही इसके परिबार मे कोहराम मच गया. अंत मे हाईकोर्ट मे भी इसने यह कहकर स्टे प्राप्त कर लिया हमारा तो मैनपुरी में मुक़ददमा चल रहा है गौर करने बाली बात ये है कि इस ठग ने अदालत को भी गुमराह किया.इस स्टे के खिलाफ भी अपील डाल दी गई है जो बिचारणीय है.
ज़ब इसके बेटे अनुपम का रिश्ता आया तो ये बहरूपिया,साहब सिंह ने बिवादास्पद जमीन अपने नाम बताकर अपने को करोड़ो का मालिक बताया.
रिंकी पुत्री अवधेश सिंह निवासी झावर पोस्ट जफराबाद जिला कन्नौज के पिता भी इसकी ठगी में आ गये और अपनी बेटी रिंकी का रिश्ता इसके बेटे से तय कर दिया.और 01 मई वर्ष 2014 मे रिंकी के पिता अवधेशनेआठ लाख रुपया नकद और काफी दान दहेज का सामान देकर शादी कर दी.
*पुत्र बधू को घर से निकालना चाहता है ये ठग*
फ़ाइल फोटो साहब सिंहजाके पिता पातकी होई
ताकी संतति को दुःख होई
इस रामायण क़ी चोपाई का अर्थ इस ठग पर बिल्कुल सही बैठ रहा है पर ये मान नहीं रहा है
इसका लड़का अनुपम जिसे लोग शक्तिमान नाम से पुकारते है आवारा, नाकारा चरित्र हीन एवं शरावी था जिसको इसने शादी बालों से छुपाया अंत में एक जून वर्ष 2014 को इसकी शादी रिंकी के साथ हो गई .शादी के वाद रिंकी के 3 बच्चे भी हुए. शराब पीने का आदी इसके बेटे अनुपम ने अपनी खास रिश्ते की किसी लड़की से संबंध स्थापित कर लिए. इसके बेटे अनुपम ने तीन बच्चे की माँ बन चुकी रिंकी जो इसकी पत्नी है उसको अधर में मरने को छोड़ दिया. वाप ने जो गलत किया उसका असर ऊपर बाले ने धीरे धीरे करना शुरू कर दिया है.एक हसता खेलता परिवार बिखराब के कगार पर पहुँच गया, एक बार इसने ब इसकी रखैल ने एक साथ रिंकी क़ी मारपीट क़ी है तब रिंकी ने 1090 पर कॉल करके पुलिस को बुलाया.सी ओ मैनपुरी ने रिंकी की हालत देख कर इस परिबार के सास, ससुर और पति ब देवर के खिलाफ मुक़ददमा दर्ज कराने के आदेश दिये.उसूलो की पक्की रिंकी एक छोटी सी जगह मे 3 मासूमों वच्चों को लेकर जीवन यापन कर रही है उस कमरे के किबाड भी साहब सिंह ने तुड़बा दिए, लेट्रिन सीट भी तोड़बा डाली. अब बेचारी रिंकी पर्दा लगा कर स्नान करती है जिसे छुपकर ये बदनीयत साहब सिंह देखता है. घूरता है.
ज़ब पत्रकार ने रिंकी से पूछा कि इस तरह से जीवन कैसे चलेगा ये लोग तुमको खाने पीने को भी नहीं देते है. तो फिर कैसे.
इनके बच्चे इनको सौंप कर कहीं दूसरी जगह शादी क्यों नहीं कर लेती.
प्रतियुत्तर मे रिंकी ने कहा आपको अपनी संस्कृति के बारे में पता होना चाहिए. जिस घर में लड़की की डोली आती है उसकी अर्थी भी उसी घर से उठती है. यही मेरा और मेरी मम्मी का कहना है. मरना मंजूर है दूसरे के घर जाना हरगिज मंजूर नहीं है.
*ससुर लगाता है बहू पर चरित्र हीनता के आरोप*
ज़ब रिंकी ने खाना खर्चा का मुक़ददमा कोर्ट में डाल दिया तो ये ठग बौखला गया. एक अकेली महिला अपने मासूमों के पालन पोषण ब फीस आदि के लिए किसी से भी भीख में मदद माँग लेती है.और जो कोई भी इसकी लाचारी या मजबूरी में कुछ रुपयों की मदद कर देता है तो ये ठग उसी के साथ उसका रिश्ता जोड देता है उसकी रखैल बता कर उसको बदनाम करता रहता है रिंकी को न जीने दे रहा है और न मरने दे रहा है.
उसने थाना कोतबाली मैनपुरी में भी रिंकी पर चरित्र हीनता का आरोप लगाकर पुलिस की नजरों में उसको गिरा दिया है. कोतबाली पुलिस रिंकी क़ी बात कतई सुन नहीं रही है. उल्टा इसी पर उल्टा सीधा आरोप लगाकर भगा देती है.साहब सिंह ने
उसको भगाने के लिए हद दर्जे क़ी कोशिश शुरू कर दी है और हद दर्जे तक गिर भी गया है अरे उससे दुश्मनी रखो पर उन मासूम बच्चों ने इसका क्या बिगाड़ा है बच्चे तो तेरे लडके के ही है उनके भविष्य से खिलबाड़ क्यों? उसके छोटे से कमरे की बिजली और पानी बंद कर दिया है.
ज़ब उसने बदले में धुलाई की मशीन बाले कमरे में ताला डाल दिया.तो इसने पुलिस बुलबाली
पुलिस उस ताले को खुलबाने का दबाब बना रही है. उसको डरा और धमका भी रही है ठग साहब सिंह ने पुलिस को गुमराह कर दिया है कि ये जगह हमने खुद खरीदी है जबकि ये सरासर झूठ है ये पैत्रिक सम्पति है जो पिता रामनाथ द्वारा खरीदी गई थी.
पुलिस की लापरबाही ये है कि पैत्रिक सम्पति होने का सबूत उस बहू से माँ रही है जिसको जमीन के बारे में abcd कुछ भी मालूम नहीं है.
पुलिस को तो इस ठग से ही खरीद का बैनामा मांगना चाहिए. पर आर्थिक लाभ के आगे सारे नियम और कानून धरे के धरे रह जाते है. लेखपाल और पुलिस से कौन जीत सकता है जहाँ सरकारें फेल है आम आदमी क़ी बिसात ही क्या. उसमें भी एक नई नबेली दुल्हन और हो फिर क्या पूछते हो.
ज़ब रिंकी से पूछा गया कि तुमने प्रेशर मशीन के कमरे में ताला क्यों डाला है तो उसने बड़े ही मासूमियत से जबाब दिया हमको पानी और बिजली जैसे मिल रही थी उसी प्रकार से मिला दो हमको प्रेशर को चलाने से हमको कोई इतराज नहीं है. हम और हमारे बच्चे भूखो प्यासों मर रहे है और हमको कुछ नहीं चाहिए.लोग ऐसी गर्मी में प्याऊ लगाया करते है पुलिस ने भी अभी शरबत पानी प्याऊ लगाकर बटबाया था. पर यहाँ पर पुलिस भी मानबीयता भूल रही है.. एक ये हमारा चरित्र हीन ससुर है जिसने हमारा पानी बंद कर दिया है. कई बार पुलिस से पानी क़ी शिकायत क़ी पर हमारी बात सुनी नहीं गई.
अंत में जब तक सहा जा रहा है तब तक सह रही हूँ. ज़ब हमारी कहीं भी सुन बाई नहीं होगी तब फिर हम कोई भी आत्मघाती कदम उठाने को मजबूर हो जायेंगे.जिसकी सारी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन क़ी ही होगी.
*बहू को गलत ठहराने के लिए ये फ्रॉड किराये के मकान में रहने चला गया*
पीड़िता का पति अनिल उर्फ़ अनुपमआपको बताते चले अनुपम जो रिंकी का पति है रिंकी का जवान देवर और सास ससुर के अलाबा नंद ज़ब इतने लोग एक साथ है तो रिंकी इनका क्या बिगाड सकती है. और अगर रिंकी बदचलन है तो आने जाने बालों का वीडियो क्यों नहीं बनाया गया या बर्तमान में उसको पकड़ कर दिखाइये. पर ऐसा न करके एक षड्यंत्र के तहत ये ठग और चारसौंबीस अपना कमीना पन दिखा रहा है और रोता फिर रहा है कि बहू हमको रहने नहीं दे रही है पुलिस इसके जाल में फ़स गई है अब पुलिस रिंकी को डांटती है कि तुमने इन लोगों को घर में रहने नहीं दिया.
जबकि हमारे पत्रकार ने जीरो पॉइंट पर जाकर सच्चाई को जाँचा और परखा है.
*अब देखना ये है पुलिस क्या न्याय करती है*
मैनपुरी SHO छत्रपाल सिंहकल दिनांक 28.6 2024 को देवर, पति सासु ससुर और नंद ने मिलकर रिंकी को बहुत मारा है उसका अंगूठा तोड़ दिया है. जिसकी शिकायत उसने रात 8 बजे क़ी है. पुलिस ने जाँच कर कार्यबाही करने क़ी बात क़ह कर उसको भगा दिया है.
देखो इस अनाथ अवला का पुलिस कितना साथ देती है.
आगे क़ी कहानी अगले एपिसोड में बताऊंगा.