संवाददाता: - राजेश कुमार जैन
सहारनपुर छोटे से गांव के किसान ने लगाई जापानी मियाजाकी आम के पेड़ खरीदने के लिए लोगों के आ रहे हैं फोन आम की लाखों में बताई जा रही है कीमत।
मियाजाकी आम मुख्य रूप से जापान के मियाजाकी शहर में ही उगाए जाते हैं. आपको बता दें मियाजाकी शहर जापान के दक्षिणी भाग में स्थित है और यह अपनी गर्म और धूप वाली जलवायु के लिए जाना जाता है।
__आम को फलों का राजा कहा जाता है, इसका स्वाद सबको इतना पसंद है कि गर्मियों में इससे कई तरह के पकवान बना दिए जाते हैं. भारत देश में कई तरह के आम उगाए जाते हैं, लेकिन दशहरी, लंगड़ा और चौसा जैसे आम सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं. हालांकि, अगर इन आमों के कीमत की बात करें तो 30 से 60 रुपए प्रति किलो यह आम बाजार में आसानी से मिल जाते हैं लेकिन आज जिस आम की बात हम कर रहे हैं, उसकी कीमत सुन कर आपका दिमाग चकरा जाएगा. आप सोच में पड़ जाएंगे कि आखिर इतना महंगा आम कोई खा कैसे सकता है. दरअसल, हम आज जिस आम की बात कर रहे हैं उसे कहते हैं मियाजाकी और इसकी कीमत इस वक्त बाजार में 2.70 लाख रुपये पर किलो बताई जा रही है तो चलिए आपको बताते हैं कि आखिर इस आम को उगाते कैसे हैं और क्या ये भारत में कहीं भी उगाया जा सकता है।
मियाजाकी आम मुख्य रूप से जापान के मियाजाकी शहर में ही उगाए जाते हैं. आपको बता दें मियाज़ाकी शहर जापान के दक्षिणी भाग में स्थित है और यह अपनी गर्म धूप वाली जलवायु के लिए जाना जाता है. यहां का मौसम इस आम के लिए बिल्कुल अनुकूल होता है, इसीलिए ये सिर्फ यहीं मुख्य रूप से उगाए जाते हैं. यहां इसे सूर्य का अंडा भी कहते हैं, क्योंकि सूरज की तेज धूप और हल्की बारिश में यह पक कर एक दम बैंगनी रंग का हो जाता है. यह आम अप्रैल से अगस्त के बीच ही यहां उगता है। लेकिन अब जापानी मियाजाकी आम की बागवानी भारत देश में भी शुरू कर दी गई है आपको बता दें मियाजाकी आम की बागवानी भारत देश के अलग-अलग राज्यों में बड़ी तेजी से की जा रही है *वही उत्तर प्रदेश के जनपद सहारनपुर के एक छोटे से गांव थरोली के प्रधान ने भी अपने बाग में मियाजाकी आम के दो पौधे लगाए थे जो करीब 9 महीने में तैयार हो गए हैं और उन पर तीन आम लगे हैं प्रधान का कहना है कि इन आमों की कीमत लाखों रुपए में है प्रधान ने इन आमों की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल की थी जिसके बाद इन आमों को खरीदने के लिए लोगों के उनके पास फोन कॉल्स भी आ रहे हैं लेकिन प्रधान इन आमों को बेचना नहीं चाहते बल्कि देश के प्रधानमंत्री और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और गृहमंत्री अमित शाह को भेंट करना चाहते हैं प्रधान ने बताया कि यह आम कैंसर की बीमारी में भी बड़ा लाभदायक होता है। प्रधान ने इन आम के पौधों की देखभाल के लिए एक व्यक्ति को छोड़ा हुआ है और वही एक सीसीटीवी वीडियो कैमरा भी लगाया हुआ है जो हर आने जाने वाले व्यक्ति पर नजर रखता है और इतना ही नहीं यह कैमरा वॉइस कमांड से चलता है अगर कोई व्यक्ति बाग में घुसता है तो प्रधान घर पर बैठे हुए ही उस व्यक्ति को देख लेते हैं और अपने मोबाइल से कैमरे पर वॉइस कमांड देकर उसे व्यक्ति को बाग से बाहर जाने के लिए बोलते हैं।