संवाददाता: रामकिशोर शर्मा
सपा के गढ़ में गरजा योगी का बुलडोजर/ध्वस्त हुआ अवैध आयशा रिसोर्ट
करहल/मैनपुरी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर सपा का गढ़ कहें जाने बाले कस्वा करहल में जमकर गरजा सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के अति करीवी समाजवादी पार्टी से चुने गए करंहल नगर पंचायत चैयरमेन अब्दुल नईम के आयशा रिसोर्ट गेस्ट हाउस पर बड़ी कार्यवाही हुई है।
माननीय न्यायालय के आदेश पर जनपद करहल के मोहल्ला ईदगाह कॉलोनी के निकट अवैध रूप से बनाया गये आयशा रिसोर्ट पर आज ध्वस्तीकरण की कार्यवाही हुई है
उपजिलाधिकारी नीरज कुमार द्विवेदी तहसीलदार अनिल कुमार सिंह पुलिस क्षेत्राधिकारी सन्तोष कुमार सिह थाना प्रभारी निरीक्षक ललित भाटी सहित तमाम बड़े आला अधिकारी एवं भारी संख्या में पीएसी व पुलिस बल के साथ ईदगाह कालौनी पहुंचे जहां बड़ी संख्या में पुलिस बल देख आसपास के लोग आश्चर्यचकित नजर आये भारी पुलिस बल के बीच आयशा रिसोर्ट को लगभग आधा दर्जन बुलडोजर से आयशा रिसोर्ट को ध्वस्त किया गया।प्रशासन की इस बड़ी कार्रवाई से ईदगाह कालौनी के मुहल्ले की गलियों में सन्नाटा नजर आया , सुरक्षा एवं शान्ति व्यवस्था के मद्देनजर चहुंओर गलियों में पुलिस कर्मी नजर नजर आये।
आपको बताते चलें कि सपा के गढ़ में प्रशासन की इस कार्यवाही को बड़ा माना जा रहा है वर्तमान में समाजवादी पार्टी से जुड़े एवं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले चौधरी अब्दुल नईम वर्तमान में करहल नगर पंचायत से सपा चेयरमेंन है एवं आयशा रिसोर्ट की संचालिका श्रीमती फरजाना बेगम करहल नगर पंचायत चैयरमेन अब्दुल नईम की धर्मपत्नी है नगर पंचायत करंहल मे तालाब की भूमि पर अबैध कब्जा कर आयशा रिसोर्ट का अबैध निर्माण किया गया था जिसका लंबे समय से न्यायालय में विवाद चल रहा था अन्त में न्यायालय द्वारा आयशा रिसोर्ट पर करहल तहसीलदार ने नोटिस चस्पा पर तालाब की भूमि को खाली करने की आदेश दिए गए थे जिसके तहत समय सीमा बीत जाने के बाद प्रशासन ने यह बड़ा कदम उठाया है फिलहाल समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अब्दुल नईम के गेस्ट हाउस पर चले बाबा के बुलडोजर की चर्चाएं खासी तेजी से गर्म है।
पालिका अध्यक्ष अब्दुल नईम ने रखा अपना पक्ष
नगर पंचायत अध्यक्ष अब्दुल नईम ने बैनामा स्टे आदि तमाम अभिलेख पत्रावलियां दिखाते हुए पत्रकारो के बीच कहा है कि ईदगाह कॉलोनी के पास आयशा रिसौर्ट नहीं वह मेरा निजी घर है जिसमें मेरा व मेरी बहिन का परिवार रहता है उन्होंने नगर पंचायत की किसी भी तालाब पर अवैध कब्जा नहीं किया है इस भूमि को उन्होंने अलग-अलग नागरिकों से खरीद कर बैनामा कराया है राजनीति एवं साजिश कर एक षणयन्त्र के तहत प्रशासन द्वारा की गई है मेरे घर की तोड़फोड़ की कार्यवाही पूरी तरह से गैर कानूनी एवं न्याय संगत नहीं है बिना नोटिस दिये व नियम कानून को ताक पर रख तोड़फोड़ की कार्रवाई को अंजाम दिया गया है।