संवाददाता: एम.एस वर्मा, सोशल मीडिया प्रभारी
क्या शेख हसीना को अपने यहां शरण देगा भारत? एक्सपर्ट ने कहा-ऐसा हुआ तो।
बांग्लादेश में हिंसा के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा देने के बाद देश छोड़ दिया है. सूत्रों का कहना है कि शेख हसीना भारत आ सकती हैं. एक्सपर्ट मानते हैं कि उनका दिल्ली आना भारत के लिए परेशानियां खड़ी कर सकता है.।
आपको बताते चलें बांग्लादेश में हिंसा के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और उन्होंने देश छोड़ दिया है. सूत्रों का कहना है कि शेख हसीना भारत आ सकती हैं. उनके भारत आने को दो पहलुओं के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि, एक्सपर्ट मानते हैं कि उनका दिल्ली आना भारत के लिए परेशानियां खड़ी कर सकता है.
मेजर जनरल (Retd) संजय मेस्टन ने बताया कि उनके भारत आने को दो पहलुओं से देखा जा सकता है, लेकिन मैं आर्मी मैन हूं. हमारी आर्मी में लीडरशिप का बहुत बड़ा रोल रहता है. वो भी एक देश की लीडर हैं, चाहे उन्होंने गलत फैसले लिए हों या जो भी हो. अब उनका विरोध हो रहा है. देश के लीडर ने जो भी पॉलिसी देश में लागू की है. उसका परिणाम लीडर्स को भुगतना पड़ता है और इन प्रदर्शनों से साफ जाहिर हैं कि लोग शेख हसीना से परेशान थे. खास कर जनवरी में हुए चुनाव के बाद से साफ हो गया था कि अस्थिरता आने वाली है।
शेख हसीना के दिल्ली आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि देखिए, अगर वो दिल्ली आती हैं तो ये एक इंटरनेशनल डिबेट बन जाएगी. कुछ लोग बोलेंगे इंडिया ने बहुत सही किया है, कुछ बोलेंगे बहुत गलत किया है. क्योंकि ये बांग्लादेश का अंदरूनी मामला है. उनका भारत आना बहुत बड़ा इश्यू होगा, क्योंकि वहां की विपक्षी पार्टी हमारे देश के खिलाफ हो जाएंगी.
उन्होंने यह भी कहा कि इस पूरे इलाके हम बड़ी शक्ति हैं. हमने जी 20 की लीडरशिप की है. उनका भारत आना एक बड़ा मुद्दा बन जाएगा. वैसे नैतिकता के आधार पर हम बहुत सही काम कर रहे हैं, क्योंकि किसी की जान बचाना बहुत बड़ा काम है लेकिन उनके भारत आने से वहां की जमात और अन्य पार्टियों हमारे खिलाफ हो जाएंगी।
उन्होंने ये भी कहा कि भारत शेख हसीना के विमान को लैंड कराने के बाद, उसे बाद में किसी न्यूट्रल देश भेज दे. लेकिन अगर वो भारत में रुकती हैं तो ये एक इंटरनेशनल मुद्दा बन जाएगा.
'बांग्लादेश में पहले भी थे भारत विरोधी सेंटीमेंट्स'
मेजर जनरल (रिटायर्ड) एके सिवाच ने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ हुआ है, वो पता था की ऐसी कुछ होने वाला है, क्योंकि लंबे वक्त से छात्र सड़कों पर थे जो वापस होने का नाम नहीं ले रहे थे. अगर शेख हसीना भारत आती हैं तो भारत को ध्यान रखना होगा कि शेख हसीना के भारत में रहने के दौरान भारत के खिलाफ आक्रोश ना हो, क्योंकि बांग्लादेश में पहले भी भारत के खिलाफ कई सेंटीमेंट्स थे, उनको बढ़ावा ना मिले.
सबसे बड़ी परेशानी ये है कि वहां रह रहे अल्पसंख्यकों की जनसंख्या महज 8 प्रतिशत है. वह हिंसक भीड़ के निशाने पर न आए, क्योंकि इस हिंसा के पीछे जमात और बांग्लादेश की कई पार्टियां हैं. जो कि भारत के खिलाफ हैं. इसमें आईएसआई का भी हाथ रहा है. छात्रों का ये प्रदर्शन अंदर से कम बाहर से ज्यादा था. इस प्रदर्शन में बाहर की एजेंसियां शामिल हैं.
भारत में ज्यादा देर नहीं रुकेंगी शेख हसीना
सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि शेख हसीना भारत तो आएंगी, लेकिन यहां ज्यादा वक्त नहीं रुकेंगी. दिल्ली में उनके विमान में फ्यूल भरने के बाद वह लंदन के लिए रवाना हो सकती हैं.
BSF ने जारी किया अलर्ट
वहीं, बांग्लादेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट जारी किया है बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, बीएसएफ डीजी भी कोलकाता पहुंच गए हैं.