संवाददाता: एम.एस वर्मा, इटावा ब्यूरो चीफ, सोशल मीडिया प्रभारी, 6397329270
मनोज कुमार जसवंतनगर
इटावा के जसवंतनगर की विश्वविख्यात मैदानी रामलीला का शुभारंभ इस वर्ष 1 अक्टूबर से होने जा रहा है। इस खास मौके के लिए कार्यक्रम की घोषणा कर दी गई है। रामलीला की शुरुआत धनुष भंग की लीला से होगी, और 13 अक्टूबर को पंचक लग्न में रावण वध की लीला का प्रदर्शन किया जाएगा।
इस बार नगरवासियों की विशेष मांग पर रामलीला के दौरान नगर की सड़कों पर तीन बार युद्ध का प्रदर्शन भी किया जाएगा, जो दर्शकों के लिए खास आकर्षण होगा। लीला कार्यक्रम
श्री रामलीला समिति के पदाधिकारियों राजीव गुप्ता बबलू और अजेंद्र सिंह गौर ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि इस बार रामलीला के कार्यक्रमों में कई खास बातें जोड़ी गई हैं।
2 अक्टूबर को राम बारात की शाही सवारी भव्य झांकियों के साथ नगर में भ्रमण करेगी, जबकि 4 अक्टूबर को भगवान नरसिंह मंदिर से राम, लक्ष्मण, सीता का डोला परंपरागत तरीके से कंधों पर उठाकर तालाब मंदिर तक ले जाया जाएगा, जहां राम बनवास और दशरथ मरण की लीला का प्रदर्शन होगा।
इस वर्ष रामलीला में 7 अक्टूबर से युद्ध कला का अनोखा प्रदर्शन शुरू होगा। इस दौरान रावण की बहन शूर्पणखा की नाक-कान काटने की लीला, खर-दूषण वध, और सीता हरण जैसी प्रमुख लीलाएं प्रदर्शित की जाएंगी। 9 अक्टूबर को लंका दहन और बालि वध की लीलाएं दिखाई जाएंगी, और 10 अक्टूबर को लक्ष्मण शक्ति और समुद्र पर सेतु बांधने की लीला का प्रदर्शन होगा।
रावण दशहरा यहां 13 अक्टूबर को मनाया जाएगा, जिसमें पंचक लग्न में रावण वध का प्रदर्शन होगा। 14 अक्टूबर को तालाब किनारे भरत मिलाप और नगर भ्रमण का आयोजन होगा, जो 15 अक्टूबर तक जारी रहेगा। 16 अक्टूबर से श्री राम राज्याभिषेक और राम कथा की शुरुआत होगी, जो 24 अक्टूबर तक प्रतिदिन आयोजित की जाएगी। 25 अक्टूबर को प्रसाद वितरण और 26 अक्टूबर को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन के साथ रामलीला के कार्यक्रमों का समापन होगा।
इस भव्य आयोजन को लेकर नगर में उत्साह का माहौल है, और लोग बेसब्री से इन खास कार्यक्रमों का इंतजार कर रहे हैं।