उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी और परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के आदेशों की उड़ाई जा रही है धज्जियां।
आरटीओ ऑफिस का ट्रायल परीक्षण स्थल और अधिकारियों का कोई अता पता नहीं तब भी अप्रूवल 80 से 90 रोज पास होते हैं।
अधिकारी अपनी सीट पर बैठने नहीं है जनता परेशान होती है।
ट्रायल परीक्षण स्थल में 7 से 8 परमानेंट लाइसेंस स्वामी जाकर अपना ट्रायल देते हैं।
इसके अलावा परमानेंट लाइसेंस सब दलालों के अप्रूवल होते हैं और जनता पैसा देकर बेचारी काम करती है मजबूरी में।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री का सख्त आदेश है के जीरो ग्राउंड पर काम होना चाहिए तब भी उनके आदेशों की उड़ाई जा रही धज्जियां।