संवाददाता: एम.एस वर्मा, इटावा ब्यूरो चीफ, सोशल मीडिया प्रभारी, 6397329270
कोलकाता में ड्यूटी दौरान महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिद्रता को लेकर सैफई पीजीआई हॉस्पिटल में सोमवार को की गई हड़ताल
हड़ताल होने की वजह से मरीज खा रहे दर दर की ठोकरें
महिला डॉक्टर के शरीर में मिले थे चोट के 11 निशान
कोलकाता में महिला डॉक्टर की हत्या के मामले में कई सवाल उठने लगे हैं। बताया जा रहा है कि शरीर पर 11 चोट के निशान मिले हैं। इससे शक गहरा रहा है
वारदात के समय कितने लोग थे इसका अभी तक खुलासा नहीं हुआ
छात्रों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। वहीं आरजी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल परिसर को कड़ी सुरक्षा के घेरे में ले लिया गया है।
सरकारी आरजी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में एक ही व्यक्ति का हाथ था या उसके सहयोगी भी इसमें शामिल थे, इस पर सवाल उठने लगे हैं।
विभिन्न मेडिकल कॉलेजों एवं अस्पतालों के प्रदर्शनकारी छात्रों और हाउस स्टाफ ने संदेह जताया है। उन्होंने गहन और निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि पता चल सके कि अपराध एक व्यक्ति का था या कई लोगों का।
रिपोर्ट के अनुसार शरीर पर चोट के निशान कुछ खास जगहों पर केंद्रित होने के बजाय ऊपर से नीचे तक अलग-अलग हिस्सों पर थे,
दूसरी बात उन्होंने कहा कि अभी तक किसी ने सेमिनार रूम से किसी तरह की चीखने की आवाज नहीं सुनी है, जहां अपराध हुआ था, जिससे यह स्पष्ट है कि पीड़िता ऐसा करने की स्थिति में नहीं थी।
छात्रों ने की कार्यवाही की मांग
आरोपित द्वारा उसकी आवाज को बंद करने और एक ही समय में यौन अपराध करने को लेकर सवाल उठ रहा है। आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के आंदोलनकारी छात्रों और हाउस स्टाफ ने भी पूरे अस्पताल परिसर में उचित मांग की है