आरोपी नवाब सिंह यादव (50) को पुलिस ने रविवार देर रात गिरफ्तार किया। 15 साल की नाबालिग अपनी बुआ के साथ आरोपी के कॉलेज में नौकरी मांगने गई थी। आरोप है कि बुआ टायलेट के लिए गई, उसी दौरान नवाब सिंह यादव ने जबरदस्ती नाबालिग के कपड़े उतरवाए।
पीड़ित बच्ची के फोन कॉल पर पहुंची पुलिस ने नवाब सिंह यादव को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद सोमवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया। जेल जाते समय नवाब सिंह ने कहा- ये कुछ पूंजीपतियों की साजिश है। उधर, पीड़ित बच्ची को मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है
2024 लोकसभा चुनाव के दौरान मंच पर राहुल-अखिलेश के साथ नवाब सिंह की तस्वीर भी सामने आई है।
अखिलेश के साथ आरोपी की 2 तस्वीर
नौकरी देने के बहाने से नाबालिग और उसकी बुआ को बुलाया
पुलिस ने बताया कि आरोपी नवाब सिंह यादव का चौधरी चंदन सिंह महाविद्यालय के नाम से कॉलेज है। रविवार शाम को वह कॉलेज में था। उसने नौकरी देने के नाम पर नाबालिग और उसकी बुआ को कॉलेज बुलाया। देर रात तक दोनों को कॉलेज में बैठाए रखा।
कॉलेज में ही उसने बच्ची से जबरदस्ती की। तभी बुआ कमरे में आ गई। बुआ के कहने पर नाबालिग ने पुलिस को 112 पर फोन कर दिया। थोड़ी देर बाद पुलिस पहुंच गई और आरोपी को कमरे से पकड़ लिया।
कन्नौज SP अमित कुमार आनंद ने बताया- रात में तिर्वा थाने की पुलिस के पास किसी बच्ची का फोन आया। उसने बताया कि जबरन उसके कपड़े उतारे गए हैं। रेप की कोशिश की गई। इस सूचना पर पुलिस मौके पर चौधरी चंदन सिंह महाविद्यालय पहुंची। वहां से आरोपी को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा। मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस जब पकड़ने पहुंची।बच्ची बोली- उन्होंने मेरे कपड़े उतारे
इस पूरी घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है। इसमें पीड़ित नाबालिग पुलिस के साथ जाती दिखाई दे रही है। पुलिसकर्मी उससे सवाल-जवाब कर रहे हैं। पीड़िता पुलिस को बता रही है, हम लोग 8 बजे के करीब यहां आए थे। उसके बाद से ये (नवाब सिंह यादव) हमको जाने नहीं दे रहे हैं। पूछने पर पीड़िता बताती है, उन्होंने (नवाब सिंह) मेरे कपड़े उतारे हैं। पुलिस पीड़िता से पूछती है वो किस कमरे में है। फिर पीड़िता पुलिस को साथ में कमरे तक ले जाती है
वीडियो में दिखाई देता है कि जब पुलिस कमरे में पहुंचती है तो वहां आरोपी नवाब सिंह बेड पर लेटा हुआ मिला। पीड़िता की बुआ भी कमरे में मौजूद थी। पुलिस को देखकर वो खड़ी हो जाती है। पुलिस वाले उससे पूछते हैं- आप कौन हैं इनकी, जिसका वो कुछ जवाब नहीं देती। वह भतीजी (पीड़ित बच्ची) से अपना फोन मांगती है और बाहर निकल जाती है। आरोपी नवाब सिंह कपड़े पहनने लगता है। पुलिस आरोपी को साथ लेकर चली जाती है।
नाबालिग की मां ने दी पुलिस को एप्लिकेशन
इस मामले में नाबालिग की मां ने एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस के मुताबिक, रात 1:30 बजे 112 नंबर पर कॉल आई कि लड़की से गलत काम करने का प्रयास किया गया है। पुलिस मौके पर पहुंची तो बच्ची के आधे शरीर पर कपड़े नहीं थे। जबकि सपा नेता बेड पर लेटा था। बताया जा रहा है कि नाबालिग की बुआ 5 मिनट के लिए टॉयलेट गई थी, जब वापस आई तो देखा लड़की का टॉप उतरा हुआ था।
ब्लॉक प्रमुख रहा है नवाब सिंह
नवाब सिंह यादव कन्नौज के पीएसएम पीजी कॉलेज का छात्र संघ अध्यक्ष रह चुका है। अखिलेश के कन्नौज से सांसद बनने के बाद नवाब सिंह ने सपा जॉइन कर ली। नवाब सिंह समाजवादी लोहिया वाहिनी का जिलाध्यक्ष भी रहा है। वह कन्नौज का ब्लॉक प्रमुख भी रह चुका है।
नवाब सिंह की गिरफ्तारी को समर्थकों ने साजिश बताया है। उनका कहना है कि यह साजिश है। पीड़िता की मां पहले समाजवादी पार्टी में थी। वह अब भाजपा में शामिल हो चुकी है। तभी वो फंसा रही है। कोर्ट के बाहर नवाब सिंह के समर्थकों की भीड़ लगी हुई है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है।
लखनऊ से लौटी थी पीड़िता और उसकी बुआ
पुलिस को दी गई तहरीर में बताया गया है कि 11 अगस्त को पीड़िता अपनी बुआ के साथ लखनऊ आई थी। वहां से वो लोग तिर्वा वापस गए। फिर वहां से ऑटो में सवार होकर नवाब सिंह यादव के कॉलेज चौधरी चंदन सिंह महाविद्यालय पहुंचे। वहां दोनों नवाब सिंह से मिले।
उन्होंने पीड़िता की नौकरी मेडिकल कॉलेज में लगवाने के लिए दोनों को वहां बुलाया था। वहां पहुंचकर बुआ वॉशरूम गई तो नवाब सिंह ने पीड़िता का टॉप उतार दिया। जब उसने ये बात बुआ को बताई तो उन्होंने फोन देकर कहा कि 112 पर फोन करके बता दो। पीड़िता ने तुरंत 112 पर फोन कर दिया। नवाब सिंह ने पीड़िता के सीने पर हाथ भी मारा।
आरोपी की बेटी मेडिकल की पढ़ाई कर रही
आरोपी नवाब यादव का परिवार सदर कोतवाली के अड़ंगापुर गांव में रहता है। उसकी एक बेटी और एक बेटा है। बेटी मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। बेटा इंटर में है। उनका एक भाई वीरपाल यादव उर्फ नीलू भी राजनीति में एक्टिव है। वह भी सपा से सदर ब्लॉक का प्रमुख रहा है। नवाब कुल 6 भाई हैं। 3 सरकारी सेवा में हैं। एक भाई रिटायर हो चुका है।
सपा ने कहा- आरोपी पार्टी का सदस्य भी नहीं
सपा जिलाध्यक्ष मोहम्मद कलीम खान ने इस मामले में लेटर जारी किया है। उन्होंने लिखा- नवाब सिंह यादव सपा का नेता नहीं है। इसलिए उसका नाम पार्टी से न जोड़ा जाए। वह 5 साल से पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त था।
हालांकि अखिलेश यादव ने 25 जुलाई को नवाब सिंह यादव की मां की मौत पर दुख जताया था। उन्होंने लेटर भी लिखा था।
सपा नेता का सवाल- 15 साल की लड़की किस नौकरी की तलाश में थी?
सपा नेता जूही सिंह ने कहा- रेप की कोशिश का आरोप सपा के एक पुराने नेता पर है। मैंने अभी-अभी एसपी की बाइट सुनी है। लड़की 15 साल की थी, तो वह किस तरह की नौकरी की तलाश में थी? अगर लड़की के साथ छेड़छाड़ हुई है, तो लड़की को न्याय मिलना चाहिए।
हम नार्को टेस्ट और डीएनए टेस्ट की मांग करते हैं। हम यह भी मांग करते हैं कि किसी पर भी आरोप लगाने से पहले ठोस सबूत होने चाहिए और अगर कोई साजिश है, तो इस साजिश में शामिल लोगों को भी सजा मिलनी चाहिए। न्याय सभी के साथ होना चाहिए।
पूर्व सांसद बोले- सपा सरकार में मिनी मुख्यमंत्री था नवाब सिंह यादव
कन्नौज के पूर्व भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने कहा- एक नाबालिग को अपने कॉलेज में बुलाकर और उसके साथ रेप का प्रयास करना, खुद आपत्तिजनक स्थिति में पकड़े जाना, ये बहुत ही शर्मनाक है। ये घटना सपा के चरित्र को दिखाती है। ये सपा नेता डिंपल यादव के प्रतिनिधि रहे हैं। अखिलेश का भी ये बहुत करीबी है। बड़े नेताओं से करीबी के कारण इसे मिनी मुख्यमंत्री भी कहा जाता था। अयोध्या के बाद ये सपा का दूसरा मामला है।
सपा के लोग क्या इसीलिए स्कूल-कॉलेज बना रहे हैं कि वहां जाकर ये काम कर सकें। अभी सरकार नहीं है तो ये हाल है। सरकार आ गई तो किसी भी घर की बहू-बेटी सुरक्षित नहीं बचेगी। पूर्व में जो सपा के संस्थापक थे, वो कहते थे लड़के हैं-लड़कों से गलती हो जाती है।
अब अध्यक्ष कह रहे हैं कि बुजुर्गों से गलती हो जाती है, लेकिन गलती तो तभी होती है न, जब गलती करने के लिए कहा जाता है। सपा को अब बलात्कारी पार्टी कहा जाएगा।
भाजपा ने कहा- पहले अयोध्या, अब कन्नौज, यही सपा का असली चरित्र
भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा- आरोपी नवाब सिंह यादव सपा का छुटभैया नेता नहीं, बल्कि डिंपल यादव का सांसद प्रतिनिधि भी रहा है। सपा लड़के हैं लड़कों से गलतियां हो जाती हैं की नीति के तहत ऐसे अपराधों पर हमेशा पर्दा डालती रही। पहले अयोध्या का मोइद खान और अब कन्नौज का नवाब यादव, यही सपा का असली चरित्र है।
मंत्री राजभर बोले- किसी को बख्शा नहीं जाएगा
यूपी के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा- यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। राज्य में कानून का राज है। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। उचित कार्रवाई की जाएगी। सपा नेता कथित अयोध्या गैंगरेप की घटना के आरोपियों का डीएनए टेस्ट कराने की मांग कर रहे थे। उन्हें यहां भी डीएनए टेस्ट कराना चाहिए।