संवाददाता: एम.एस वर्मा, इटावा ब्यूरो चीफ, सोशल मीडिया प्रभारी, 6397329270
मनोज कुमार जसवंतनगर
जसवंत नगर। क्षेत्र के बीहड़ी इलाके में तेंदुए की चहलकदमी से भयभीत ग्रामीणों से वन विभाग के अधिकारियों ने सावधान रहने के साथ - साथ सुनी - सुनाई बातों पर गौर न करने की अपील करते हुए प्रतिबंधित वन क्षेत्र में न जाने की चेतावनी भी दी है।
वन क्षेत्राधिकारी बसरेहर रेंज अमित कुमार सिंह सिसोदिया ने यहां अपने कार्यालय में एक पत्रकार वार्ता में अपील की क्षेत्र में तेंदुए की उपस्थिति के बारे में तरह-तरह की अफवाहें भी फैल रही है जिससे ग्रामीण भयभीत हो रहे हैं उन्होंने कहा कि मीडिया के लोग सुनी सुनाई बातों को स्थान न दें बल्कि जिसके भी हवाले से समाचार दें वह स्वयं प्रत्यक्षदर्शी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सबसे पहले ग्राम जसोहन में तेंदुआ देखा गया था यह समाचार एकदम सही था , वन विभाग की टीम ग्रामीणों की सूचना पर जब तक वहां पहुंची तब तक तेंदुआ भाग चुका था लेकिन इसके बाद मीडिया द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जहां-जहां तेंदुए के उपस्थित होने के बारे में बताया गया था वहां वन विभाग की टीम ने काफी सघन खोजबीन की लेकिन कहीं पर भी तेंदुए के उपस्थित होने के पद चिन्ह नहीं दिखाई दिए और ना ही किसी व्यक्ति ने यह बताया कि उसने तेंदुए को उक्त स्थान पर देखा है।
श्री सिसोदिया ने पत्रकारों से अपील की कि वे इस कार्य में सहयोग करें और सही जानकारी उपलब्ध कराएं। उन्होंने बताया कि वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने के लिए पूरी तैयारी के साथ उपलब्ध है , हमें सही जानकारी का इंतजार है। उन्होंने ग्रामीणों को सख्त चेतावनी दी के प्रतिबंधित क्षेत्र में ना तो स्वयं जाएं और ना ही अपने पशुओं को ले जाए उस इलाके में जाना प्रतिबंधित है और इसका उल्लंघन करने वाले के विरुद्ध मामला दर्ज किया जा सकता है।
बाइट वन अधिकारी अमित कुमार सिसोदियाउन्होंने कहा कि ग्रामीण बच्चों को अकेले जंगल की ओर न जाने दें और अगर बहुत जरूरत हो तो कई लोग एकत्र होकर जाएं वरना खतरा हो सकता है। उन्होंने बताया कि आमतौर पर तेंदुआ इस क्षेत्र में नहीं पाया जाता है लेकिन बरसात के कारण आसपास के किसी अन्य क्षेत्र से भटक कर यहां के जंगलों में पहुंच गया है
यद्यपि तेंदुआ आबादी क्षेत्र की ओर नहीं आता है लेकिन भटककर वह कहीं भी जा भी सकता है इससे इनकार नहीं किया जा सकता है। इस मामले में कोई अफवाहें न फैलाए और सुनी सुनाई बातों पर विश्वास ना करें। उनके साथ वन सेक्शन ऑफिसर अजीत पाल सिंह आदि भी उपस्थित रहे।