विरांगना फूलन देवी को उनके जन्म दिवस पर अर्पित किए गए श्रद्धा सुमन
विरांगना फूलन देवी सामंतवादी, वर्णवादी व्यवस्था के अन्याय व अत्याचार पर प्रहार करके बन गई वीरांगना : खादिम अब्बास
दबे कुचले समाज को वीरांगना फूलन देवी से लेनी चाहिए प्रेरणा : डॉ एस अकमल
स्वाभिमानी समाज सिर उठाकर जीता है : रमेश प्रजापति
नारी का अपमान करने वाले लोगों को समाज कभी माफ नहीं करता: देवेंद्र यादव
विरांगना फूलन देवी ने अस्मत जनी करने वाले लोगों का कर दिया था सर्वनाश : आमीन भाई
इटावा । स्थानीय मोहल्ला कटरा सेवाकली में सांसद वीरांगना फूलन देवी के जयंती के अवसर पर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर वक्ताओं ने प्रकाश डालते हुए उनके जन्मदिन पर आयोजित संगोष्ठी में विरांगना की उपाधि से सुशोभित किया और उनके व्यक्तिव और कृतित्व पर वक्ताओं ने प्रकाश डाला।
इस अवसर पर कौमी तहफ्फुज कमेटी के संयोजक खादिम अब्बास ने कहा कि सामंतवादी और वर्णवादी व्यवस्था के अन्यायपूर्ण, अन्याय व अत्याचार पर प्रहार करके अबला फूलन देवी वीरांगना बन गई । उन्होंने कहा कि अबला बनाई गई फूलन देवी को बसपा सुप्रीमो मान्यवर कांशीराम ने राजनैतिक क्षेत्र में उतार कर उन्हें सबला बना दिया। उसके पश्चात सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने उन्हें अपनी पार्टी से लोकसभा मिर्जापुर से सांसद बनवाकर राजनीति में एक नई इबारत लिख दी।
इंसानी भाईचारा बनाओ समिति के राष्ट्रीय संरक्षक व इस्लाम पार्टी हिंद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ एस अकमल ने कहा की फूलन देवी का जन्म 10 अगस्त 1963 को उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के गोरहा पुरवा गांव में एक मल्लाह परिवार में हुआ था। डॉ अकमल ने कहा कि अन्याय अत्याचार की शिकार फूलन देवी ने सामंतवादी समाज को वो नसीहत दी है कि वह भूल चूक से भी निरीह महिलाओं की इज्जत आबरू के साथ खिलवाड़ करने की हिम्मत नहीं करेगा।
अति पिछड़ा महासंघ के संयोजक रमेश प्रजापति ने कहा कि फूलन देवी को जिन अत्याचारियों ने अबला समझकर अस्मत जनी की थी उसने सबला बंन कर नारी का सम्मान रखते हुए एक मील का पत्थर कायम कर दिया जो इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में लिख गया ।
इंसानी भाईचारा बनाओ समिति के अध्यक्ष मोहम्मद आमीन भाई ने कहा कि ग्रामीण अंचलों में वीरांगना फूलन देवी की वीरता के आज भी गीत गाए जाते हैं उनसे दबे कुचले समाज को प्रेरणा मिलती है उन्होंने कहा कि वीरांगना फूलन देवी को सच्ची श्रद्धां सुमन यही होंगे कि उनकी जयंती पर जगह जगह कार्यक्रम आयोजन किए जाएं और समाज के महापुरुषों के संदेश और उपदेशों से प्रेरणा लेकर समाज को स्वाभिमानी व ऊर्जावान बनाया जा सके ।
देवेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि नारी के अपमान करने वालों को समाज कभी सम्मान नहीं देता एक लम्बे समय तक सामंतवादी व्यवस्था के पोषक दबे कुचले महिलाओं का उत्पीड़न कर रहे थे विरांगना फूलन देवी ने ऐसे तत्वों को ऐसा सबक दिया है कि भविष्य में दबे कुचले समाज की महिलाओं के साथ कोई भी अन्याय अत्याचार करने की हिम्मत नहीं जुटा सकेगा।
संगोष्ठी में राम प्रसाद निषाद, हरिओम कश्यप, नरेश भास्कर, सुरेश मौर्य,इमरान खान,सौरभ सविता, राकेश जाटव,साहुल ,रमेश यादव , अनिल धनगर व कोमल लोधी राजपूत आदि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए फूलन देवी को श्रद्धा सुमन अर्पित किये ।अध्यक्षता कन्हैया लाल दिवाकर ने की तथा संचालक उमेश यादव ने किया ।