संवाददाता: रेहान खान,9452755077
बफ्फ बोर्ड संशोधन कानून के साथ नया उत्तर प्रदेश दरगाह बोर्ड कानून बनाया जाए: नय्यर मियां
फर्रुखाबाद 22अगस्त,यूएनआई/ वार्ता। ऑल इंडिया उलेमा एण्ड मशाइख बोर्ड के नेशनल वाइस प्रेसिडेंट एवं एग्जक्यूटिव बॉडी सदस्य शाह अंम्मार अहमद अहमदी उर्फ नय्यर मियां ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि देश में बफ्फ बोर्ड संशोधन कानून के साथ ही, नया उत्तर प्रदेश दरगाह बोर्ड कानून बनाया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा प्रदेश है इसी के मद्देनजर हमने नया उत्तर प्रदेश दरगाह बोर्ड कानून बनाए जाने का एक ज्ञापन, केंद्र में वफ्फबोर्ड संशोधन कानून का विधेयक लाये जाने से 3 दिन पहले प्रदेश सरकार को दिया।
श्री नय्यर मिया ,फर्रुखाबाद जिले में फतेहगढ़ लोको स्थित हजरत मखदूम शाह सैय्यद शहाबुद्दीन औलिया अलैहि रहमा दरगाह पर, गंगा जमुनी तहजीब के 264 वे आयोजित तीन दिवसीय उर्स समापन समारोह के अंतिम दिन आज गुरुवार को पूर्वान्ह 10:45 बजे मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेने के दौरान पत्रकारों सेबातचीत कर रहे थे।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उलेमाओं और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने,अजमेर से रुदौली तक के सभी दरगाहों पर, अपने मतलब के लोगों को बैठा करके, दरगाहों और खानशाहो को बर्बाद किया जो मन्से वाकिफै के खिलाफ काम हो रहा है।
श्री नय्यर मियां का मानना है कि किसी दरगाह के लिए किसी ने 200 बीघा जमीन दी ,तो देने वाले ने कुछ सोच समझकर दी जिसका उपयोग दरगाह के सज्जादनशीन एवं उससे मुतल्लिको द्वारा मन्से वाकिफै के तहत किया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाते हुए आगे कहा कि पिछले 55 वर्षों से दरगाह और खान शाह पर हो रहे जुल्मी पर किसी मुस्लिम तन्जिम ने कोई सवाल नहीं उठाया।
उन्होंने दरगाहों के मामले को लेकर कहां कि आज नफरतों का बाजार गर्म है ,ऐसे में हिंदुस्तान के बड़े-बड़े शहरों में अजमेर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह का बड़ा रोल है जो हम सबको प्यार और मोहब्बत से आगे बढ़ना सीखता है जबकि अहिकार काला -गोरा को बढ़ावा देता है जो नहीं होना चाहिए।
बफ्फ संपत्ति केएक प्रश्नपर उन्होंने कहा कि वफ्फ बोर्ड में भ्रष्टाचार है जिसे दुनिया की कोई ताकत इनकार नहीं कर सकती, इसमें सुधार की जरूरत है। सरकार से मांग करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा संशोधन विधेयक लाया जाए जिससे वफ्फ बोर्ड में व्याप्त भ्रष्टाचार खत्म हो और वफ्फ की संपत्ति का सही तरीके से इस्तेमाल हो सके।
वफ्फबोर्ड विधेयक को जेसीपी के पास भेजे जाने का स्वागत करते हुए उन्होंने कहाकि मुस्लिम तन्जीमें अपनेअच्छे सुझाव रखेंगी जिससे वफ्फ बोर्ड संशोधन कानून में अच्छे परिणाम सामने आएंगे।
एक प्रश्न के उत्तर में श्री नय्यर मियां ने कहा कि वफ्फ वोर्ड नये संशोधन विधेयक का मैं पूरे तरीके से समर्थन नहीं करता, जेपी सी मे बैठे लोगों को, कुछ नई चीजें
लानी है उनके लिए मुस्लिम तन्जीमो से संपर्क और विचार विमर्श करें ताकि वफ्फ बोर्ड की अहमियत खत्म न हो।
बांग्लादेश में तख्तापलट से संबंधित एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि बांग्लादेश से हिंदुस्तान के बहुत अच्छे संबंध रहे हैं, इसी बुनियाद पर हमारी सरकार ने ,वहां की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सम्मान दिया।
इस अवसर पर दरगाह के प्रमुख सज्जाद नसीन शाह मोहम्मद शरीफ उर्फ मोहम्मद शाह एवं नायब सज्जाद नसीन मोहम्मद वसीम उर्फ मोहम्मद मियां चिश्ती आदि मौजूद रहे।