संवाददाता: एम.एस वर्मा, इटावा ब्यूरो चीफ, सोशल मीडिया प्रभारी, 6397329270
जुलूसे मोहम्मदी की छठा देखने के लिए सड़कों पर उमड़ पड़ा जन समुद्र
श्रद्धालुजन मोहम्मद साहब के उपदेशों के बैनर व लिखी पटिकाए एवं इस्लामी ध्वज लहरा रहे थे
इटावा । पैगंबरे इस्लाम रहमते आलम ,मोहसिने इंसानियत हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की यौमे पैदाइश ईद मिलादुन्नबी बारह रबीउल अव्वल को सुन्नी मुसलमानो द्वारा जुलूसे मोहम्मदी बड़ी शानो शौकत और अदबो एहतराम के साथ कटरा साहब खां स्थित मोहल्ला पंजाबियान मस्जिद के समीप कटरा शमशेर खां ,नई बस्ती ऊंचा टीला एवं मोहल्ला उर्दू चौक से उठाए गये।
जुलूसे मोहम्मदी के जुलूसों का उठने का सिलसिला आधी रात से उठना प्रारंभ हुआ । जिसमें विभिन्न मुहल्लों से अंजुमन तंजीमो द्वारा उठे जुलूस भी शामिल हो गये, जिन्होंने एक काफिले का रूप ले लिया। हर जुलूसे मोहम्मदी जुलूस की बागडोर अपनी तंजीमो के साथ उनके नेतृत्वकर्ता इस्लामी ध्वज के साथ संभाले हुए थे।
जुलूसे मुहम्मदी में सैकड़ों झांकियां मदीना शरीफ व काबा शरीफ की थी, जो आकर्षण का मुख्य केंद्र बनी थी।यह जुलूस लगभग पांच किलोमीटर लम्बा था , जिसमें श्रद्दालुजन हजरत मोहम्मद सल्ललल्लाहू अलैहि वसल्लम के उपदेशों के बैनर पटिकाएं व इस्लामी हरे ध्वज लेकर चल रहे थे ।जुलूस में पंजाबी मोहल्ले की मस्जिद से उठे जुलूस की अगुवाई मौलाना जाहिद रजा व उसके मुतवल्ली साजिद हुसैन वारिसी,अरशद हुसैन वारिसी,नई बस्ती से उठे जुलूस का नेतृत्व कारी सरफराज अहमद, उर्दू मोहल्ला से उठने वाले जुलूसे मोहम्मदी का नेतृत्व झम्मन भाई मेव,फरीद मेव ,अजीम भाई,व अध्यक्ष रफअत अली खान व शमशुद्दीन मंसूरी आदि कर रहे थे।
जुलूसे मोहम्मदी की निराली छटा को देखने के लिए अकीदत मन्दो श्रद्धालुजनों का जन समुदाय सड़कों पर उमड़ पड़ा। जुलूस में नारे तकबीर अल्लाहो अकबर व नारे रिसालत या रसूलुल्लाह के गगन भेदी नारों के साथ सरकार की आमद मरहबा की सदाएं बुलंद हो रही थी। शाम के उठने वाले जुलूसे मुहम्मदी में ऊंटों का काफिला भी था जिन पर नगाड़े बज रहे थे।
जुलूस में कई प्रमुख मौलाना धर्म गुरु भी थे ,इसमें मौलाना जाहिद रज़ा , मौलाना वाजिद रज़ा के अलावा तमाम मस्जिदों के इमाम हाजी व हाफिज थे। इसमें दारुल उलूम चिश्तिया के संस्थापक व प्रबन्धक कारी हाफिज मोहम्मद अहमद चिश्ती के अलावा कौमी तहफ्फुज कमेटी के संयोजक एवं सियासी अखाड़ा के संपादक खादिम अब्बास, वरिष्ठ पत्रकार मसूद तैमूरी, सांसद जितेंद्र दोहरे, अतुल अक्रोश दुबे,पूर्व चेयर मैन फुरकान अहमद, फरहान शकील ,बसीम चौधरी,संटू गुप्ता, बुनकर एकता समिति के अध्यक्ष मोहम्मद इदरीश अंसारी, व्यापारी नेता आलोक दीक्षित, कमलेश बर्मा, अति पिछड़ा महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक रमेश प्रजापति, हसनैन हसन वारसी, कामिल कुरैशी, इंसानी भाई चारा प्रेम सदभाव समिति के अध्यक्ष मोहम्मद आमीन भाई, इस्लाम पार्टी हिंद के जिला अध्यक्ष मोहम्मद तसलीम एडवोकेट मंसूरी,सूफी शहाबुद्दीन, मंसूरी वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष हाजी मोइनुद्दीन मंसूरी उर्फ गुड्डू हाजी जी, सफी अहमद बालक ,मानव हिंदी एकता के अध्यक्ष अजहरुद्दीन, मोहम्मद आलम चौधरी, इंतजार अहमद खां, सूफी अब्दुल सत्तार, इरशाद अहमद खां, शाहनवाज आलम मंसूरी , खुर्शीद आलम,हाजी फजल युसूफ खान इमरान खान, सभासद अफजाल अहमद राईन, प्रतिनिधि हाजी शाहिद अहमद,राजू मंसूरी , आदि की जुलूसे मोहम्मदी में उपस्थित उल्लेखनी रही।
ईद मिलादुन्न नबी के अवसर पर शहर इटावा को दुल्हन की तरह सजाया गया था। और सैकड़ों स्वागत द्वार बनाएं गए थे। जूलूस मार्ग पर शरबत आदि तथा लंगर की व्यवस्था की गई थी। लाउडस्पीकर मेटाडोर आदि वाहनों पर लगे थे, जिन पर हजरत मोहम्मद साहब की शान में नात शरीफ व हम्द की कैसेटे बज रही थी। मस्जिद व खानकाहों व दरगाहों पर रोशनी की गई थी।
जुलूसे मोहम्मदी में शिरकत करने वाले प्रमुख मेहबानों का स्वागत मंसूरी वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष हाजी मोईनुद्दीन उर्फ गुड्डू मंसूरी ,नसीर मंसूरी ,शाहनवाज आलम,वरिष्ठ पत्रकार मसूद तैमूरी ने सामूहिक रूप से शॉल ओढ़ाकर स्वागत सम्मान किया।
प्रशासनिक और पुलिस व्यवस्था चाक चौबंद रही जिसकी निगरानी जिलाधिकारी अवनीश राय , व एस एस पी संजय वर्मा के नेतृत्व में उनके अधीनस्थ अधिकारियों ने की ।