संवाददाता: एम.एस वर्मा, इटावा ब्यूरो चीफ, सोशल मीडिया प्रभारी, 6397329270
मनोज कुमार जसवंतनगर
अजारकतत्वों ने भगवान की मूर्तियों को तोड़ कर किया क्षतिग्रस्त
जसवंतनगर: कहते है भगवान सबकी सुनता है इसलिए भगवान का दरबार सभी के लिए हमेशा खुला रहता है इसीलिए मंदिरों में कभी ताला नही लगाया जाता है। वही एक मामला प्रकाश में आया है हिंदू सनातन धर्म को मानने वाले भगवान के मंदिर में अजारकतत्व द्वारा मूर्तियों को तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।
भगवान से न्याय, मन्नत घरों में पूजा पाठ, प्राण प्रतिष्ठाकरके मूर्तियां स्थापित कराई जाती है ज़ब दुनियाँ के सारे रास्ते बंद नजर आते है तब आदमी भगवान के मंदिर में जाकर आग्रह करते है और कहते है हे प्रभू अब अंतिम तेरा ही सहारा है.वही कस्बा जसवंतनगर के मिडिल स्कूल परिसर में बने मंदिर में किन्ही अजारकतत्वों द्वारा भगवान की मूर्तियों को खंडित कर क्षतिग्रस्त कर हिंदू धर्म को ठेस पहुंचाई गई है।मंदिर में रोज स्थानीय लोग सुबह सुबह पूजा पाठ करते है जल चढ़ाते है। बताया गया है कि मंदिर में लगे दरवाजे में ताला नही लगाया जाता है और मिडिल स्कूल परिसर में बीआरसी केंद्र भी है जिससे लोगों का आना जाना बना रहता है और आधार कार्ड भी बनाए जाते है
इससे भी कई प्रकार के लोगों का आना जाना बना रहता है। और एक समय के बाद स्कूल की छुट्टी होने के बाद विद्यालय में कोई भी नही रुकता है और मुख्य गेट पर ताला लगा दिया जाता है।
इसी दौरान बताते है मिडिल स्कूल के बीचों बीच बने खेल का मैदान भी है जहां कस्बा क्षेत्र के युवा लड़के क्रिकेट मैच खेलते है जिसमे सभी वर्ग विशेष समुदाय के युवा लड़के क्रिकेट मैच खेलते है अंदेशा लगाया जा रहा है उन्ही में से क्रिकेट मैच खेलने वाले लड़कों के द्वारा मूर्तियों को खंडित किया गया होगा। सनद रहे ये मंदिर थाने की बगल में ही बना।
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