महाकुंभ-2025
श्रद्धालुओं की मदद के लिए कुंभ मेला मित्र और स्वयं सेवकों की तैनाती करेगी योगी सरकार
- सीएम योगी ने श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए लिया फैसला
कुंभ मेला क्षेत्र के अंदर और बाहर तैनात किये जाएंगे एक हजार से अधिक कुंभ मेला मित्र, स्वयं सेवक
श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा देने के लिए कुंभ मेला मित्र, स्वयं सेवक और पुलिस कर्मियों को दी जाएगी स्किल ट्रेनिंग
प्रयागराज, 9 सितंबर:योगी सरकार ने महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की मदद के साथ बेहतर अनुभव देने के लिए एक हजार से अधिक कुंभ मेला मित्रों की नियुक्ति करने का निर्णय लिया है। इनके चयन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। इन सभी कुंभ मेला मित्रों को स्किल की ट्रेनिंग भी दी जाएगी ताकि श्रद्धालु और पर्यटक अपने साथ उत्तर प्रदेश की सकारात्मक अनुभव को अपने प्रदेश के लोगों के बीच शेयर कर सकें।
6 हजार से अधिक पुलिस कर्मियों को भी दी जाएगी स्किल ट्रेनिंग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ को दिव्य और भव्य आयोजित कराने के लिए लगातार युद्धस्तर पर काम किये जा रहे हैं। इसी के तहत योगी सरकार ने महाकुंभ में देश-विदेश से आने वाले 41 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए खास इंतजाम किये जा रहे हैं ताकि वह अपने गंतव्य लौटते समय प्रदेश की अच्छी छवि को अपने से शेयर कर सकेंगे। इसके लिए सीएम योगी के निर्देश पर कुंभ मेला प्रशासन बड़े स्तर पर कुंभ मेला मित्र और स्वयं सेवकों को नियुक्त करने का निर्णय लिया। कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि मेला क्षेत्र में 1000 से अधिक कुंभ मेला मित्रों और स्वयं सेवकों के चयन की प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद सभी को मेला क्षेत्र में प्रतिकूल परिस्थितियों में कार्य करने के लिए स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए मेला प्राधिकरण ने आरएफपी जारी की है। इतना ही नहीं पर्यटकों से अच्छा व्यवहार करने के लिए 6000 से अधिक पुलिस कर्मियों की भी स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी।
यह होंगे कुंभ मेला मित्रों और स्वयं सेवकों के काम
योगी सरकार इन कुंभ मेला मित्रों और स्वयं सेवकों को मेला क्षेत्र के साथ बाहर भी तैनात करेगी। इनमें कुंभ मेला क्षेत्र और बाहर तैनात कुंभ मेला मित्र श्रद्धालुओं को कुंभ क्षेत्र में रास्ता दिखाने, बुजुर्ग श्रद्धालुओं की जरूरत पर भारी बैग उठाने, भूले-भटके श्रद्धालुओं को मिलाने, घाटों में श्रद्धालुओं को मदद करने, मेला क्षेत्र में स्वच्छता के प्रति श्रद्धालुओं को जागरूक करने, बीमार श्रद्धालुओं का उपचार कराने, दुर्घटना होने पर पुलिस के साथ उनका सहयोग करने, यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने में सहयोग देने और भीड़ प्रबंधन में सहयोग आदि काम करेंगे।