संवाददाता: दयाशंकर यादव
बलरामपुर
आस्तीन मोड़कर क्लासरूम पहुंचा छात्र तो आग बबूला हुए शिक्षक ने तड़ातड जड़ दिए थप्पड़, थप्पड़ इतना मारा की फट गया छात्र का कान का पर्दा।
बलरामपुर - छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक शिक्षक की बर्बरता भरी करतूत सामने आई है शिक्षक की करतूत के बारे में आप भी सुनेंगे तो चौंक जाएंगे जी हां कक्षा नवमी में पढ़ने वाले एक छात्र जब शर्ट का आस्तीन मोड़कर क्लासरूम पहुंचा तो क्लास में उपस्थित शिक्षक देखकर आग बबूला हो उठे और डांटते हुए तड़तड़ाकर थप्पड़ जड़ दिया थप्पड़ इतना तेज था की छात्र के कान का पर्दा ही फट गया आखिर एक छोटी सी गलती के लिए शिक्षक के द्वारा इतनी बड़ी सजा क्यूं सोचने वाली बात है।
जानकारी के मुताबिक पूरा मामला जिले के वाड्रफनगर विकासखंड अंतर्गत शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल पण्डरी का है जहां कक्षा नौवीं में पढ़ने वाले छात्र रितेश कुमार पिता अरविंद कुमार जब घर से स्कूल पहुंचा तो अपने फुल शर्ट को मोड कर हाफ कर लिया था और क्लासरूम में पहुंचा क्लासरूम में जब पढ़ने के लिए शिक्षक चक्रधारी सिंह पहुंचे तो देखा कि छात्र रितेश कुमार अपने साथ का आस्तीन को मोड़कर हाफ कर लिया है और क्लासरूम में बैठा है बस क्या था इतने में शिक्षक चक्रधारी सिंह गुस्से से लाल हो गए और डांटते हुए तड़तड़ाकर थप्पड़ जड़ दिया जिससे छात्रा के कान में तेज दर्द होने लगा फिर छुट्टी होने के बाद छात्र घर पहुंचा तो परिजनों को सारी बात बताया।
छात्र के परिजनों ने पूरी बात सुनने के बाद तत्काल छात्र रितेश कुमार को सिविल अस्पताल वाड्रफनगर में दिखाने के लिए लेकर गए जहां ड्यूटी में उपस्थित डॉक्टर आरपी सिंह ने देखा और जांच किया तो जांच में पता चला कि तेज चोट लगने की वजह से छात्र की कान का पर्दा फट चुका है इसके बाद छात्र को डॉक्टर ने कुछ दवाइयां भी दी फिर परिजन उसे घर लेकर चले आए हालांकि कुछ समय बीतने के बाद छात्र के कान में दर्द तेजी से बढ़ने लगा इसके उपरांत बेहतर इलाज के लिए छात्र को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में परिजनों के द्वारा ले जाया गया जहां छात्र का अभी इलाज चल रहा है।
शिक्षक की इस बर्बरता भरी करतूत को लेकर पूरे घटनाक्रम को लेकर शिक्षा विभाग पूरी तरह से चुप्पी साधे हुआ है मीडिया में कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं हालांकि औपचारिक रूप से यह भी बात सामने निकल कर आ रही है कि पूरे मामले को लेकर जांच प्रतिवेदन तैयार कर ली गई है और मुख्यालय भेज दिया गया है इतना ही नहीं बात अभी सुनने में आ रही है कि थप्पड़ बाज शिक्षक के ऊपर fir करने की भी बात सामने निकल कर आ रही है बड़ा सवाल यहां उठना है की शिक्षक अगर इस तरह से करेंगे तो फिर भोले भाले छात्र-छात्राओं के दिमाग पर किस तरह का असर पड़ेगा बहरहाल देखने वाली बात होगा कि संबंधित विभाग के द्वारा थप्पड़ बज शिक्षक पर किस तरह की कार्यवाही होती है या फिर जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर दिया जाता है।