हनुमाकोंडा जिला कलेक्टर ने कहा कि विनायक चविथि के अवसर पर विनायक मूर्तियों की तैयारी में कृत्रिम रंगों और रसायनों के उपयोग के कारण जल संसाधन प्रदूषित हो रहे हैं। इस वर्ष पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए विनायक चविथी उत्सव मनाया जाएगा।
हनुमाकोंडा जिला कलेक्टर ने मिट्टी की गणेश मूर्तियों के पोस्टर का अनावरण किया।कलेक्टर ने कहा कि हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम पर्यावरण के अनुकूल मिट्टी की मूर्तियां न बनाकर पर्यावरण की रक्षा करें।
कलेक्टर ने कहा कि तेलंगाना प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड राज्य भर में इन कार्यक्रमों में 8. इंच मिट्टी के गणपति प्रदान करके पर्यावरण पर जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जागरूकता कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में पूरे राज्य में पर्यावरणीय गणेश पोस्टरों के प्रदर्शन के माध्यम से पर्यावरण संबंधी संदेशों के साथ डिस्प्ले, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रचार कार्यक्रम चलाने के लिए तैयार रहेगा।
जिला कलेक्टर ने अनुरोध किया कि तालाबों में मिट्टी के प्रदूषण से छुटकारा पाने और तालाब को साफ रखने के लिए भक्तों को विनायक चविथी के अवसर पर अपनी कमर बांधनी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि तेलंगाना राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड प्रत्येक जिले में 2000 हजार मिट्टी की मूर्तियां मुफ्त में वितरित कर रहा है। इसलिए मिट्टी की मूर्तियों की पूजा करने और तालाबों को प्रदूषण से बचाने का सुझाव दिया गया। सुनीता एवं स्टाफ ने भाग लिया।