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कैराना: गन्ना विकास समिति के निर्वाचन क्षेत्रों के पुनर्गठन की प्रक्रिया पर आपत्ति।

 संवाददाता: दीपक कुमार


गन्ना विकास समिति के निर्वाचन क्षेत्रों के पुनर्गठन की प्रक्रिया पर आपत्ति

कैराना:शामली। सहकारी गन्ना विकास समिति शामली के पूर्व चेयरमैन राजबीर सिंह ने समिति के निर्वाचन क्षेत्रों के पुनर्गठन की प्रक्रिया पर आपत्ति की है। उन्होंने गन्ना आयुक्त लखनऊ समेत निर्वाचन समिति के अधिकारियों को आपत्ति पत्र भेजकर समिति के प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में प्रतिनिधियों की संख्या भी एक समान किये जाने की मांग की है। 

सहकारी गन्ना विकास समिति शामली के पूर्व चेयरमैन तथा गांव अलीपुर निवासी राजबीर सिंह ने गन्ना आयुक्त लखनऊ समेत समिति के विभिन्न निर्वाचन अधिकारियों को आपत्ति पत्र प्रेषित किये है। बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य सहकारी समिति निर्वाचन आयोग लखनऊ के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के निर्देशानुसार सहकारी गन्ना विकास समिति शामली के सामान्य निकाय के गठन हेतु प्रतिनिधियों एवं प्रबंध कमेटी के सदस्यों के निर्वाचन के लिए 02 जून 2023 को निर्वाचन क्षेत्रों का अनातिंम अवधारण किया गया था। इस पर प्राप्त आपत्तियां सुनने के पश्चात 17 जून 2023 को सहकारी गन्ना विकास समिति शामली का अंतिम क्षेत्र अवधारण कर दिया गया था, जिसकी सूचना एक समाचार-पत्र में भी प्रकाशित हुई थी। उसके बाद चुनाव प्रकिया बीच में ही स्थगित कर दी गई। अब चुनाव की प्रक्रिया पुनः शुरू हो गई है, जिसके तहत 23 सितंबर से 17 अक्टूबर के मध्य चुनाव सम्पन्न कराए जाने का कार्यक्रम घोषित किया गया है। ऐसे में निर्वाचन क्षेत्रों के पुनर्गठन की प्रक्रिया न्याय संगत नही है। चुनाव प्रक्रिया को वहीं से शुरू किया जाए, जहां से उसे स्थगित किया गया था। 17 जून 2023 को हुए क्षेत्र निर्धारण को अंतिम मानते हुए चुनाव सम्पन्न कराया जाए। आपत्ति पत्र में आगे बताया कि सहकारी गन्ना विकास समिति शामली में 11 प्रतिनिधि क्षेत्र है, जिनमें कुल प्रतिनिधियों की संख्या 318 है। इसके मद्देनजर प्रत्येक क्षेत्र में प्रतिनिधियों की संख्या 28 या 29 होनी चाहिए। जबकि प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में प्रतिनिधियों की संख्या समान अनुपात में नही है। उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र के प्रतिनिधियों की संख्या समान किये जाने की भी मांग की है।

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