नेशनल हैंड अधिवक्ता राजेश कुमार
झारखंड बार काउंसिल के सदस्य और राँची जिला बार एसोसिएशन के महासचिव एक लम्बे समय से अधिवक्ताओं की आवाज़ हैं और इनका नाम है - अधिवक्ता संजय कुमार विद्रोही!
संजय विद्रोही जैसा कि नाम से ही विदित है, अधिवक्ताओं के हक और अधिकार के लिए हमेशा से संघर्षरत रहे हैं, सच का साथ और झूठ का विरोध इनका स्वभाव है |ये हमेशा से अधिवक्ताओं की समस्याओं को लेकर सामने आते रहे हैं |
अधिवक्ताओं की हत्या होने पर सड़क पर उतरकर इसका विरोध करते हैं, अधिवक्ताओं को पेंशन दिलाने के लिए, उनके मेडिक्लेम के लिए या अधिवक्ता समाज के किसी भी अधिवक्ता को कोई कठिनाई हो, संजय विद्रोही 24×7 इनके हित के लिए खड़े पाए जाते हैं | अधिवक्ताओं के हक की आवाज़ बने झारखंड के संजय कुमार विद्रोही ने हमेशा से जोर-शोर से आवाज उठाई है|
एक लम्बे संघर्ष के बावजूद अधिवक्ताओं को पर्याप्त सुविधा सरकार की तरफ से नहीं उपलब्ध हो पाई है, ऐसे में इंडिया बार काउंसिल के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा जी को भी केंद्र सरकार से जरूरी मांग करना चाहिए कि अधिवक्ताओं को वह सुविधायें अवश्य मिले जिसके वे हकदार हैं |
आज झारखंड में एकमात्र संजय कुमार विद्रोही जी हैं जो समय समय पर अधिवक्ताओं की छोटी बड़ी हर समस्या को लेकर सरकार से मांग की है | इन्होंने सरकार से मांग की है कि अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट झारखंड में जल्द से जल्द लागू किया जाय, अन्यथा हम सभी अधिवक्ता गण सड़कों पर निकलने के लिए विवश हो जायेंगे | पिछले एक दशक से भी अधिक समय से संजय विद्रोही अधिवक्ताओं की समस्याओं को लेकर संघर्ष करते आ रहे हैं | इन्होंने सड़क से लेकर विधानसभा तक अधिवक्ताओं के हक और अधिकार की आवाज को बुलंद किया है |
आज जो भी थोड़ी बहुत सुविधा उपलब्ध है या सरकार के कानों तक बात पहुँची है तो इसमें संजय विद्रोही की बहुत बड़ी भूमिका है |इसलिए झारखंड के सभी अधिवक्ताओं को चाहिए कि विद्रोही जी द्वारा जो भी आवाज उठाई जा रही है उसमें इनका जोर-शोर से साथ दें | इनके इस कठिन प्रयास और अधिवक्ताओं के हित के लिए जो भी संजय विद्रोही जी के द्वारा किया जा रहा है, यह केवल एक पहल ही नहीं, अभूतपूर्व परिवर्तन का प्रयास है, हक और अधिकार पाने के लिए बड़ा संघर्ष है | अगर एकजुट होकर अधिवक्ताओं ने इनका साथ दिया तो लंबित पड़ी सारी मांगों को ये पूरा करवाकर ही दम लेंगे | संजय विद्रोही जैसे समर्पित लोग अधिवक्ता समाज और आमजन के कल्याण के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं, आम नागरिकों एवं अधिवक्ताओं को उनकी ताकत बननी चाहिए |