संवाददाता: एम.एस वर्मा, सोशल मीडिया प्रभारी उत्तरप्रदेश
यूपी के उपचुनावों में कांग्रेस और सपा के बीच सीटों का गठबंधन नहीं हो सका। कांग्रेस पांच सीटें लड़ना चाहती थी। बात न बनने पर आखिरकार कांग्रेस ने इस चुनावों से दूरी बनाने का फैसला लिया। सीट बंटवारे पर सम्मानजनक और गठबंधन धर्म के तहत बात न होना भी कांग्रेस को अखरने लगा। ऐन मौके पर सपा की ओर से फूलपुर सीट छोड़ने की बात को कांग्रेस ने खुद के लिए मुफीद नहीं माना। कांग्रेस पूरे देश में अल्पसंख्यकों की हितैषी होने का ढिंढोरा पीट रही है। ऐसे में वह अल्पसंख्यक का टिकट काटने का कलंक अपने माथे पर नहीं लेना चाहती थी। ऐसे में उसके पास मैदान से हटने के अलावा कोई विकल्प नहीं दिखा।