संवाददाता: एम.एस वर्मा, इटावा ब्यूरो चीफ, सोशल मीडिया प्रभारी, 6397329270
मनोज कुमार जसवंतनगर
इटावा/जसवंतनगर
रामलीला महोत्सव में भागवत कथा में सुनाया शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग
जसवंतनगर: विश्व विख्यात मैदानी रामलीला महोत्सव में श्रीमद्भागवत कथा में श्रीकृष्णर्पण सेवा शाम से पधारी कथा वाचिका पूज्य श्री कृष्णाप्रिया पूजा जी ने भागवत कथा में शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग सुनाया।
रामलीला महोत्सव में शुक्रवार को श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन परिसर में आयोजित शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग सुनाया। प्रसंग सुन श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। कथा वाचिका ने शिव विवाह का वर्णन करते हुए कहा कि पर्वतराज हिमालय की घोर तपस्या के बाद माता जगदंबा प्रकट हुईं और उन्हें बेटी के रूप में उनके घर में अवतरित होने का वरदान दिया। इसके बाद माता पार्वती हिमालय के घर अवतरित हुईं। बेटी के बड़ी होने पर पर्वतराज को उसकी शादी की चिंता सताने लगी।कहा कि माता पार्वती बचपन से ही बाबा भोलेनाथ की अनन्य भक्त थीं। एक दिन पर्वतराज के घर महर्षि नारद पधारे और उन्होंने भगवान भोलेनाथ के साथ पार्वती के विवाह का संयोग बताया।उन्होंने कहा कि नंदी पर सवार भोलेनाथ जब भूत-पिशाचों के साथ बरात लेकर पहुंचे तो उसे देखकर पर्वतराज और उनके परिजन अचंभित हो गए, लेकिन माता पार्वती ने खुशी से भोलेनाथ को पति के रूप में स्वीकार किया। विवाह प्रसंग के दौरान शिव-पार्वती विवाह की झांकी आकर्षक का केंद्र रही। भागवत कथा के दौरान धार्मिक भजन गाए गए। जिन पर श्रद्धालु जमकर थिरके नजर आए।श्रीमद्भागवत कथा के दौरान रामलीला अध्यक्ष राजीव गुप्ता बबलू, विधायक प्रतिनिधि ठा. अजेंद्र गौर, विशाल समेत समिति के सदस्य मुख्य रूप से मौजूद रहे।