कलेक्टर ने ली छात्रावास अधीक्षकों की बैठक
छात्रावासों में अनुशासन और आदर्श व्यवस्था बनाने के निर्देश
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा की अध्यक्षता में 05 अक्टूबर को उत्कृष्ट विद्यालय के सभाकक्ष में छात्रावास अधीक्षकों की बैठक आयोजित हुई।
खरगोन - उत्कृष्ट विद्यालय के सभाकक्ष में छात्रावास अधीक्षकों की बैठक में छात्रावास अधीक्षकों को छात्रावासों की व्यवस्थाओं को सुधार कर उनमें छात्र-छात्राओं को आदर्श व्यवस्थाएं सुलभ कराने के लिए कारगर प्रयास करने के निर्देश दिए गए। बैठक में सहायक आयुक्त प्रशांत आर्या, जिला शिक्षा अधिकारी एसके कानुड़े, सहायक संचालक पिछड़ा वर्ग एवं अल्प संख्यक कल्याण सुश्री इतिशा जैन एवं सभी छात्रावासों के अधीक्षक उपस्थित थे।
बैठक में छात्रावासों में व्यवस्थाएं कैसी हो इसकी अवधारणा जागृत करने के लिए चर्चा की गई। कलेक्टर शर्मा ने कहा कि उनके द्वारा जिले के छात्रावासों का भ्रमण किया गया है और उसमें जो कमियां देखी गई है उसे लेकर यह मीटिंग सह कार्यशाला रखी गई है। जिससे आदर्श आवासीय संस्था की अवधारणा कैसे हो इस संबंध में कार्यवाही की जाए इस जिले के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति क्षेत्र के छात्रावासों के बच्चों के लिए पर्याप्त सुविधा एवं सुरक्षा हो। छात्रावास अधीक्षक अनिवार्यतः छात्रावास में निवास करें और अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान उपस्थित मिलना चाहिए। किसी भी स्थिति में बच्चों को शारीरिक दंड न दिया जाए। आप सभी अधीक्षक अभिभावक की भूमिका में ही रहे। शासन से जितनी राशि बच्चों के लिए आती है, उतनी राशि का लाभ बच्चों को मिले। एक भी रुपए का हेर-फेर होगा तो सख्त कार्यवाही की जाएगी।कलेक्टर शर्मा ने कहा कि भोजन के स्टोर रूम में एवं रसोई में पर्याप्त साफ सफाई रहे। भोजन समय पर एवं उत्कृष्ट क्वालिटी का रहे। बालिकाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान रखें। बालिकाएं कब और कहां जा रही है इसकी संपूर्ण जानकारी रखें। छात्रावास की सुरक्षा कोई आवश्यकता है तो उसके लिए मांग पत्र प्रस्तुत करें।कलेक्टर शर्मा ने अधीक्षकों से कहा कि बच्चों में बहुत ऊर्जा होती है उसको सकारात्मक कार्यों में लगाए। बच्चों की समिति बनाकर उन्हें खेलों में लगाए। बच्चों की उनके पालकों से समय-समय पर बात करवाएं उसका रिकॉर्ड रखे। बच्चों के व्यवहार पर नजर रखें कि उसमें क्या परिवर्तन आ रहा है। छात्रवासी विद्यार्थियों के रिजल्ट की समीक्षा की जाए।
कलेक्टर शर्मा ने सभी अधीक्षकों को चेतावनी देते हुए कहा है कि किसी भी स्थिति में छात्रावास के बच्चों में नशा की प्रवृत्ति नहीं होना चाहिए। छात्रावास में अनुशासन रहे और किसी भी प्रकार की शिकायत प्राप्त न हो, बच्चे के बीमार होने पर पर्याप्त चिकित्सा करवाएं और माता-पिता को इसके लिए तत्काल सूचित करें। बच्चों के स्वास्थ्य कार्ड अनिवार्यतः बनाएं जाए और संधारित किया जाए।