संवाददाता: एम.एस वर्मा,सोशल मीडिया प्रभारी उत्तरप्रदेश
आगरा। उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला। जयवीर सिंह ने अखिलेश यादव की सोच और कार्यशैली की तुलना बंदरों से की और दावा किया कि यादव बंदरों से काफी डरते हैं। मंत्री ने यह बयान आगरा में 9.5 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न पर्यटन परियोजनाओं के उद्घाटन के अवसर पर दिया।
अखिलेश यादव ने उठाए थे ताजमहल की देखरेख पर सवाल
यह विवाद तब शुरू हुआ जब अखिलेश यादव ने 19 सितंबर को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें ताजमहल के गुंबद पर एक पौधा उगता हुआ दिखाई दे रहा था। इसके साथ ही, यादव ने ताजमहल परिसर में बंदरों के आतंक और जलभराव की समस्याओं को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ताजमहल जैसी विश्व धरोहर की अनदेखी से भारत की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खराब हो रही है। यादव ने सवाल उठाया कि ताजमहल के रखरखाव के लिए सरकार द्वारा आवंटित करोड़ों रुपये की धनराशि का सही उपयोग क्यों नहीं हो रहा है।
जयवीर सिंह ने दिया जवाब, बताया यादव की सोच बंदरों जैसी
जब पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह से अखिलेश यादव के इन आरोपों पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “अखिलेश जी की सोच और कार्यशैली बिल्कुल बंदरों जैसी है। उन्हें बंदरों से बहुत डर लगता है।” जयवीर सिंह ने ताजमहल में बंदरों के आतंक के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वहां ऐसी कोई समस्या नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ताजमहल के रखरखाव और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।
पर्यटन परियोजनाओं का उद्घाटन
इस अवसर पर जयवीर सिंह ने आगरा में 9.5 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की गई विभिन्न पर्यटन परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है और प्रदेश के ऐतिहासिक स्थलों की देखभाल और विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
जयवीर सिंह का यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है, खासकर आगामी चुनावी मौसम के मद्देनजर। इसे भाजपा और सपा के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव के रूप में देखा जा रहा है। वहीं, अखिलेश यादव के बयान से राज्य की विपक्षी पार्टियों को ताजमहल के रखरखाव और पर्यटन की स्थिति पर सरकार को घेरने का एक और मुद्दा मिल गया है।इस बयानबाजी के बाद से उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है, और आने वाले दिनों में इस पर और प्रतिक्रियाएं देखने को मिल सकती हैं।