संवाददाता: एम.एस वर्मा, इटावा ब्यूरो चीफ, सोशल मीडिया प्रभारी, 6397329270
16 नवंबर को सुबह 9 बजे थाना बसरेहर क्षेत्र के प्राइमरी विद्यालय रमपुरा लौहरई में अधजला शव स्कूल में पड़ा मिला। बच्चों ने बॉडी देखी को गांव वालों को बताया। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव की शिनाख्त 52 साल के चरण सिंह के रूप में की।
जानिए पूरा मामला...
शव मिलने पर चरण सिंह की पत्नी गीता देवी ने अपने देवर पर अपने पति की हत्या करके शव जलाने का आरोप लगाया। बसरेहर पुलिस ने पूरे मामले की गहनता से छानबीन की। जिसमें यह निकाल कर आया कि गीता ने अपने प्रेमी जबर सिंह के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की और शव को जला दिया।
पुलिस ने गीता को हिरासत में लिया। उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने सब कुछ बता दिया। पुलिस के अनुसार, गीता का विवाह घाटमपुर में संजय से 25 साल पहले हुआ था। जिससे दो पुत्रियां भी थीं। संजय की मृत्यु के बाद उसने चरण सिंह से शादी कर ली थी। जिससे दो पुत्र थे।गीता के बाद में चरण सिंह के साथ काम करने वाले जबर सिंह से अवैध संबंध हो गए। चरण सिंह को इस बात का पता चला तो वह विरोध करने लगा। इसके बाद गीता ने अपने प्रेमी जबर सिंह के साथ हत्या का प्लान बनाया।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा के अनुसार, गीता ने पति चरण सिंह को विद्यालय में चलकर सोने के लिए कहा, जिस पर चरण सिंह विद्यालय के अंदर पहुंचा। वहां छुपे बैठे जबर सिंह ने उसके सिर पर भारी चीज से वार कर किया। जिससे वह गिर पड़ा। इसके बाद चरण सिंह को कोई पहचान न पाए इसलिए उसने बॉडी पर घास–फूस डालकर आग लगा दी।
गीता और चरण सिंह में अक्सर विवाद होता था। दोनों एक दूसरे पर मुकदमे कर रखे थे। गीता काफी दिनों से अपने प्रेमी जबर सिंह के साथ सोनीपत हरियाणा में रह रही थी। 14 नवंबर को ही गीता इटावा न्यायालय में तारीख पर आई थी।
इस पर चरण सिंह ने गीता को घर चलने को कहा, तो गीता अपने प्रेमी को छोड़कर पति चरण सिंह के घर आ गई। लेकिन इसी शाम इन दोनों के बीच में किसी बात को लेकर वाद विवाद हुआ। इस पर गीता ने चरण सिंह की हत्या करने की अपने प्रेमी के साथ मिलकर साजिश रची थी।