संवाददाता: एम.एस वर्मा, इटावा ब्यूरो चीफ, सोशल मीडिया प्रभारी, 6397329270
मनोज कुमार जसवंतनगर
जसवंतनगर में ब्लॉक क्षेत्र के अधिकांश गांवों में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। सफाई कर्मचारियों की लापरवाही और अनुपस्थिति ने हालात बदतर कर दिए हैं। नालियां चोक हो चुकी हैं, गलियों में गंदगी का अंबार है, और दूषित पानी के कारण संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
गांवों में सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए नियुक्त सफाईकर्मी अक्सर अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंचते। ग्रामीणों का आरोप है कि अधिकतर सफाईकर्मी केवल नाम के लिए नियुक्त हैं और अधिकारी उनकी अनुपस्थिति पर कार्रवाई नहीं कर रहे। ग्राम पंचायतों में सफाईकर्मियों की गैरहाजिरी ने गांवों को गंदगी का घर बना दिया है।
गांवों की दुर्दशा
ग्राम धरवार में हालात और भी खराब हैं। नालियों के चोक होने के कारण गंदा पानी गलियों में जमा हो गया है। पानी काला पड़ गया है और इससे उठने वाली दुर्गंध ग्रामीणों का जीना दूभर कर रही है। कीचड़ और जलभराव ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। स्कूली बच्चों को गंदगी में चलने के दौरान फिसलकर चोटिल होना पड़ रहा है। कई लोग पहले ही बीमारी की चपेट में आ चुके हैं।
ग्राम धरवार में हालात और भी खराब हैं। नालियों के चोक होने के कारण गंदा पानी गलियों में जमा हो गया है। पानी काला पड़ गया है और इससे उठने वाली दुर्गंध ग्रामीणों का जीना दूभर कर रही है। कीचड़ और जलभराव ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। स्कूली बच्चों को गंदगी में चलने के दौरान फिसलकर चोटिल होना पड़ रहा है। कई लोग पहले ही बीमारी की चपेट में आ चुके हैं।ग्राम धरवार के सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद कुमार, रउदयवीर सिंह और दिलीप सिंह ने गांव में स्वच्छता अभियान चलाने और समस्या के समाधान की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार शिकायत के बावजूद अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
अधिकारियों का आश्वासन
एडीओ पंचायत देवेंद्र पाल सिंह ने बताया कि जल्द ही ग्राम धरवार में रोस्टर ड्यूटी के तहत अतिरिक्त सफाईकर्मी की व्यवस्था की जाएगी। नालियों की सफाई और जलनिकासी की समस्या को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा।
गांवों में स्वच्छता की मांग तेज
गंदगी के कारण बढ़ते खतरे और अधिकारियों की उदासीनता से ग्रामीणों में नाराजगी है। उन्होंने चेतावनी दी है कि जल्द समाधान न मिलने पर आंदोलन किया जाएगा। ग्रामीणों को अब सरकारी दावों के अमल में आने का इंतजार है।