संवाददाता: एम.एस वर्मा, इटावा ब्यूरो चीफ, सोशल मीडिया प्रभारी, 6397329270
मनोज कुमार जसवंतनगर
जसवंतनगर /इटावा
SDM जसवंतनगर के आदेशों को तबज्जो नहीं देते मातहत
उप जिलाधिकरी जसवंतनगर कुमार सत्यम जीत के आदेशों को उनके ही मातहत कर्मचारी ठेंगा दिखा रहे है.
हम अवगत कराना चाहते है कि गाँब शाहजहाँ पुर,थाना एवं तहसील जसवंन्तनगर निवासी फूलन सिंह पुत्र जलधारी सिंह के साथ आये कई लोगों ने5:11:24 को उपजिलाधिकारी जसवंतनगर कार्यालय पर आकर एक प्रार्थना पत्र दिया कि मौजा दर्शनपुरा के गाटा संख्या 82 पर जाने के लिए जो चक रोड़ बना था उस चकरोड़ को लोगों ने जोतकर अपने अपने खेतोँ में मिला कर कब्जा कर लिया है.
जिनके खेतो तक जाने के लिए ये चकरोड़ बनाया गया था. वे लोग अपने खेतोँ में कृषि कार्य के लिए अपने वाहन ट्रेक्टर बगैरह नहीं ले जा पाते है. और अगर हम लोग उधर से निकलते है. तो बे बजह दबँग लोग गाली गलौज करते है और जान से मारने की धमकी भी देते है.
उपजिलाधिकारी ने बगैर देर किये उस प्रार्थना पत्र को अपने अधीनस्तों को रिमार्क के साथ आदेशित कर दिया. परन्तु आज तक घटना स्थल पर कोई भी सक्षम अधिकारी या कर्म चारी नहीं पहुँचा है.
मतलब बो प्रार्थना पत्र रद्दी की टोकरी में पड़ा पड़ा टोकरी की शोभा बढ़ा रहा है.
जबकि शासन से स्पष्ट आदेश है तालाबों, चकरोड़ों को भू माफियाओं के चंगुल से मुक्त कराये जाये.
अब अधीनस्थ किसका इंतजार कर रहे है, पता ही नहीं चल पा रहा है.
या तो अधीनस्थ सरकारी कामों में रूचि नहीं ले रहे है. या विपक्षियों से मिलकर आर्थिक लाभ लेकर चुपचाप बैठ गये है. कई बार की भाग दौड़ के बाद पीड़ित भी चुपचाप घर बैठ कर योगी सरकार को ही कोसेगा.
दूसरा मामला पत्रकार एम एस वर्मा ने 11नबंबर को उपजिलाधिकारी से लिखित शिकायत की कि अमरनाथ हलबाई जो कि छिमारा मार्ग पर मिठाई एवं समोसा की दुकान किये है. उसने तहसील दिबस में बसुधा वर्मा द्वारा की गई शिकायत के परिपेक्ष में एक लिखित अनुबंध किया है. कि हमारा कोई भी ग्राहक इनके चबूतरे पर जाकर नास्ता पानी नहीं करेगा।और इनके दरबाजे पर हमारे ग्राहकों के कोई भी वाहन खडे नहीं होने दूंगा. इन सब को रोकने के लिए हम एक अपना आदमी खड़ा करेंगे.उस ऑफिडेविड पर अमरनाथ शाक्य पुत्र मुन्नालाल शाक्य के अलाबा लगभग सभी अधिकारीयों के हस्ताक्षर मौजूद है. यधपि अमरनाथ शाक्य ने 10,15 दिनों तक एक आदमी नियुक्त कर बिधिबत खड़ा किया भी था.उसके द्वारा आदमी हटा लिए जाने से अब वही सब पुराने ढर्रे पर सब कुछ होने लगा है.ज़ब मेघ सिंह वर्मा ने अमरनाथ शाक्य के पुत्र छोटा से कही तो वह अकड़ कर बोला हम कुछ भी नहीं कर सकते तुम्हारा द्वार है तुम्ही उनको हटाओ.
हमने आपके द्वार का कोई ठेका थोड़े ही ले रखा है.इसकी शिकायत ज़ब की गई तो उपजिलाधिकारी ने थाना जसवंतनगर को आदेशित कर दिया. कई दिनों बाद थाना का सिपाही प्रतापसिंह mo नंबर 9634965893 है अपने अन्य साथी के साथ अमरनाथ हलबाई की दूकान पर आया तो जरूर था पर शायद मिठाई के डिब्बे से ही हलबाई ने पटा लिया होगा। क्योंकि समस्या जस की तस बनी हुई है. अगर पुलिस रोके और आदमी न माने ऐसा सम्भव ही नहीं है. हाँ लेंन देन होने के बाद तो असम्भव भी संभब हो जाता है. इस सिपाही ने एक अन्य मामले में पत्रकार के चाचा के लडके से ही 500रुपया रिश्वत का ले लिया है. जबकि शिकायत कर्ता( चाचा का लड़का )और विपक्ष ने ही मेड विवाद को हल कर लिया था. फिर भी इसने दवाव बना कर पैसा ले ही लिया.जन हित में ये न्यूज़ प्रकाशित की जा रही है अधिकारी चुस्त, कर्मचारी मस्त हम रिश्वत लेते नहीं है हाँ अगर कोई जेब में डाल दे तो हम मना भी नहीं करते क्योंकि सामने बाले की इज्जत तो रखनी है।