संवाददाता: गोपाल आंजना,9981912064
खरीफ वर्ष 2024 में सोयाबीन उपार्जन के लिए जिले में 26 उपार्जन केन्द्र निर्धारित
उज्जैन
खरीफ वर्ष 2024 में सोयाबीन उपार्जन नीति अंतर्गत कृषकों को उनकी उपज का उचित मूल्य प्रदान करने हेतु सोयाबीन फसल का उपार्जन कार्य शासन द्वारा निधा्ररित प्रक्रिया के अनुसार 25 अक्टूबर से 31 दिसम्बर 2024 तक किया जायेगा। उपार्जन के लिए पंजीकृत कृषकों की सुविधा के लिए विकासखण्ड की भौगोलिक स्थिति, उपार्जन केन्द्र की सक्षमता एवं उपलब्ध मानव संसाधरों को ध्यान में रखते हुए जिला उपार्जन समिति द्वारा जिले में 26 उपार्जन केन्द्र स्थापित किए गए हैं। विकासखण्ड उज्जैन में िवपणन सहकारी संस्था मर्या. उज्जैन, सेवा सहमारी समिति नलवा, नौगांवा, सुरजनवासा, विकासखण्ड घट्टिया में सेवा सहकारी समिति घट्टिया, पानविहार, विछड़ोद, जैथल, विकासखण्ड तराना में विपणन मार्केटिंग संस्था तराना, सेवा सहकारी समिति माकड़ोन, कायथा और कनासिया, विकासखण्ड बड़नगर में विपणन सहकारी समिति बड़नगर, सेवा सहकारी समिति लोहाना, इंगोरिया, विकासखण्ड महिदपुर में सेवा सहकारी समिति लोटियाजुनार्दा, गोगाखेड़ा, भीमाखेड़ा, कासोन, गोगापुर, जगोटी, घोंसला, विकासखण्ड खाचरौद में विपणन सहकारी समिति खाचरौद केन्द्र नागदा, सेवा सहकारी समिति घिनोदा, पासलोद, बरखेड़ा मोंडन उपार्जन केन्द्र निर्धारित किए गए हैं।
उपरोक्त निर्धारित केन्द्रों के संस्थाओं के प्रबंधकों को कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया है कि समस्त आवश्यक तैयारियां पूर्ण की जाना सुनिश्चित करें। इसी के साथ उपार्जन केन्द्रों पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा उपार्जन केन्द्रों पर जांच एवं उपार्जन की गुणवत्ता की निगरानी हेतु उपार्जन केन्द्र वार समिति में पटवारी, पंचायत सचिव, कृषि एवं सहकारिता विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगा कर इनकी उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश भी कलेक्टर द्वारा दिए गए हैं।