संवाददाता: एम.एस वर्मा, इटावा ब्यूरो चीफ, सोशल मीडिया प्रभारी, 6397329270
मनोज कुमार जसवंतनगर
जसवंतनगर (इटावा) जसवंतनगर ब्लाक परिसर स्थित राजकीय पशु चिकित्सालय में पशुपालकों को इलाज के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बीमार पशुओं के इलाज के लिए यहां आने वाले पशुपालकों को घंटों इंतजार करना पड़ता है, क्योंकि यहां तैनात डॉक्टर और फार्मासिस्ट की संख्या बहुत कम है।
गुरुवार को दोपहर डेढ़ बजे भी नव निर्मित पशु चिकित्सालय भवन पर ताला लटका हुआ था, जिससे पशुपालकों को काफी दिक्कतें हुईं। जबकि पुराने भवन में केवल दो चपरासी ही मौजूद थे, अन्य कोई कर्मचारी या अधिकारी नहीं था। इस स्थिति में पशुपालकों को इलाज के लिए दर-दर भटकने के लिए मजबूर होना पड़ा।
नवनिर्मित पशु चिकित्सालय बंद
पशु चिकित्सालय का नया भवन बनने के बाद भी वह अधिकांश समय बंद रहता है, जिससे वहां आने वाले पशुपालक निराश होकर वापस लौट जाते हैं। ताले लगे होने के कारण बीमार जानवरों को लेकर कई पशुपालक इधर-उधर इलाज के लिए भटकते हैं, जिससे उनका समय और धन दोनों बर्बाद होते हैं।
पशुपालकों की शिकायतें
पशुपालकों का आरोप है कि पशु चिकित्सा के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण उन्हें भारी परेशानी हो रही है। सरकार पशुओं के इलाज के लिए भारी खर्च कर रही है, लेकिन कर्मचारियों की उदासीनता के कारण इन सुविधाओं का लाभ पशुपालकों को नहीं मिल पा रहा है।
लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
इसके अलावा, पशुपालकों ने चिकित्सालय में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यहां दवाओं और इलाज की कीमतों का कोई सार्वजनिक मूल्य नहीं दर्शाया गया है, जिससे मनमानी की संभावना बढ़ जाती है और पशुपालकों को ठगा जा सकता है।
पशुपालकों की मांग
पशुपालकों ने सरकार से अपील की है कि वह इस राजकीय पशु चिकित्सालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं और भ्रष्टाचार की जांच करवाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे। इसके साथ ही, चिकित्सालय में आवश्यक सुविधाओं को सही तरीके से संचालित करने की मांग भी की है ताकि पशुपालकों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।