संवाददाता: एम.एस वर्मा, सोशल मीडिया प्रभारी उत्तरप्रदेश , 6397329270
जमीन आवंटन के लिए बुलाई गई अखाड़ा परिषद की बैठक में हंगामा, अफसर मान- मनौव्वल करते रहेप्रयागराज में गुरुवार को महाकुंभ को लेकर अखाड़ों की बैठक में हंगामा हो गया। देखते ही देखते बात इतनी बढ़ गई कि साधु-संत एक-दूसरे को पीटने लगे। अखाड़ों से जुड़े संतों ने एक-दूसरे पर थप्पड़ बरसाए। लात-घूसे भी चले।
प्राधिकरण दफ्तर पहुंचे अखाड़ों के साधु-संतों के बीच जमीन आवंटन को लेकर विवाद चल रहा है। अखाड़ों की जमीन निरीक्षण के पहले 13 अखाड़ों के साधु-संत बैठक के लिए पहुंचे थे। यहां अफसरों के सामने ही साधु-संत भिड़ गए।
महंत राजेंद्र दास से हुआ था झगड़ा
निर्मोही अखाड़े के महंत राजेंद्र दास से किसी बात को लेकर किसी साधु से झगड़ा हुआ। नौबत मारपीट तक आ गई। इस बीच अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री स्वामी हरी गिरी महाराज को बीच-बचाव कर मामला शांत कराना पड़ा।
बताया जा रहा है कि ये झगड़ा अखाड़ों के दो गुटों साधु-संतों के बीच है। एक गुट बैठक के बीच हर-हर महादेव के नारे लगाने लगा। ये दूसरे गुट को नागवार गुजरा। जिसके बाद विवाद और बढ़ गया। दोनों गुटों में मारपीट होने लगी।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा-जमीन आवंटन को लेकर विवाद है। कुछ संतों की तरफ से हंगामा हुआ। महाकुंभ के लिए जमीन आंवटन को लेकर संत आपस में भिड़े, दोनों गुटों को बैठक के लिए बुलाया गया था।
निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष बोले-जूना अखाड़े के प्रेम गिरी ने मारा
निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष राजेंद्र दास ने कहा-जब भी कोई मेला होता है, तो जो अखाड़े के पदाधिकारी हैं। उन्हें बुलाया जाता है। लेकिन, कुंभ मेले में ये दो तीन बार हुआ है कि पदाधिकारियों को न बैठाकर दूसरों को बैठाया जाता है।
जैसे जूना अखड़ा. जूना अखाड़ों को रिकॉर्ड अच्छा नहीं है। झगड़ा करना और विवाद करना ही काम है। हम को वहां बैठने को जगह नहीं मिली तो हम बोले इस पर ही जूना अखाड़े प्रेम गिरी ने अटैक कर दिया।