संवाददाता: एम.एस वर्मा, इटावा ब्यूरो चीफ, सोशल मीडिया प्रभारी, 6397329270
इटावा: पेसमेकर घोटाले के मुख्य आरोपी डॉ. समीर सर्राफ बर्खास्त
इटावा सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में बहुचर्चित पेसमेकर घोटाले के मुख्य आरोपी और कार्डियोलॉजी विभाग के डॉ. समीर सर्राफ को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बर्खास्त कर दिया है। यह फैसला यूनिवर्सिटी की 12वीं कार्य परिषद की बैठक में कुलपति की अध्यक्षता में सर्वसम्मति से लिया गया।
नकली पेसमेकर और करोड़ों का घोटाला
डॉ. समीर सर्राफ पर गंभीर आरोप हैं कि उन्होंने हृदय रोगियों को नकली पेसमेकर लगाए। इसके अलावा, लगभग एक करोड़ रुपये की अनावश्यक वस्तुओं की खरीद में भ्रष्टाचार और आयुष्मान कार्ड धारक मरीजों से अवैध वसूली के आरोप भी उन पर लगे हैं।
जांच और कार्रवाई
इस मामले की जांच लंबे समय से चल रही थी। पिछले साल पुलिस ने डॉ. समीर को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से उनके खिलाफ सबूत जुटाने का काम तेज किया गया। बैठक में मौजूद 18 सदस्यों ने उनके बर्खास्तगी के प्रस्ताव पर मुहर लगाई।
डॉ. समीर सर्राफमरीजों के साथ विश्वासघात
यह घोटाला न केवल आर्थिक स्तर पर बल्कि नैतिक और चिकित्सीय जिम्मेदारी के स्तर पर भी एक बड़ा अपराध माना जा रहा है। नकली पेसमेकर लगाकर मरीजों की जान खतरे में डालना और आयुष्मान योजना जैसे कल्याणकारी कार्यक्रमों का दुरुपयोग करना डॉक्टर के पेशे और उसके आदर्शों पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
प्रशासन का बयान
सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस कदम को मरीजों के हित में लिया गया सख्त निर्णय बताया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त निगरानी और जवाबदेही तय की जाएगी।
यह मामला चिकित्सा क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार की एक बड़ी मिसाल बन चुका है। इससे न केवल डॉक्टरों की छवि को नुकसान पहुंचा है, बल्कि मरीजों का विश्वास भी हिला है।