संवाददाता: एम.एस वर्मा, सोशल मीडिया प्रभारी, 6397329270
कांग्रेस के प्रदर्शन में कार्यकर्ता की मौत
लखनऊ में मंगलवार को कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान एक कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत हो गई। मरने वाले प्रभात पांडेय (30) मूल रूप से गोरखपुर का रहने वाले थे। डेढ़ साल से लखनऊ में रह रहे थे। प्रभात पांडेय यूथ कांग्रेस के प्रदेश महासचिव रह चुके हैं। उनकी मौत सिर के पीछे की तरफ चोट लगने से हुई है। शव सिविल अस्पताल भेजा गया है।
प्रभात की मौत की खबर मिलते ही कांग्रेस कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सिविल अस्पताल पहुंच गए। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा सरकार ने प्रदर्शन को रोकने के लिए नुकीली कीलें लगवाई थीं। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच कराई जाए। सरकार युवक के मौत की जिम्मेदार है। यह मौत नहीं हमारे कार्यकर्ता की हत्या है।वहीं, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि मौत कैसे हुई, इसकी जांच कराई जाएगी।
इससे पहले दोपहर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय खुद बैरिकेडिंग पर चढ़ गए। नीचे उतरे तो उनकी पुलिस से बहस हो गई। इसके बाद वो बेहोश हो गए। कार्यकर्ताओं ने उन्हें लिटाया, चेहरे पर पानी छिड़का। तब जाकर वो होश में आए।
दरअसल, कांग्रेस कार्यकर्ता विधानसभा जाने पर अड़े थे, जबकि पुलिस ने उनको रोकने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग कर रखी थी। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर सभी रास्तों में पुलिस ने डबल बैरिकेडिंग की थी। दोपहर को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़ी तो पुलिस से झड़प हो गई। कार्यकर्ता बैरिकेडिंग पर चढ़ गए। कई कार्यकर्ता दीवार कूद गए।
कांग्रेस पार्षद ममता चौधरी की पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस महिला नेताओं को खींचकर ले गई और गाड़ी में बैठाया। ममता चौधरी घर से विधानसभा जाने के लिए अड़ी थीं। बाद में पुलिस ने उनको हिरासत में ले लिया।दरअसल, यूपी कांग्रेस ने मंगलवार को विधानसभा का घेराव करने का ऐलान किया था। इसके बाद मंगलवार रात से ही पुलिस ने प्रदेशभर में कांग्रेस नेताओं को नजरबंद किया गया। पुलिस ने उनको लखनऊ आने से रोक दिया।
DCP रवीना त्यागी ने बताया कि शाम करीब 5 बजे कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडे को कांग्रेस कार्यालय से सिविल अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें मृत अवस्था में ही अस्पताल लाया गया था।
मृतक बेहोशी की हालत में कांग्रेस प्रदेश पार्टी कार्यालय परिसर के अंदर पाए गए थे। डॉक्टरों के अनुसार, प्रथम दृष्टया मृतक के शरीर पर कोई चोट नहीं पाई गई है।यह भी स्पष्ट किया जाता है कि पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान कोई बल प्रयोग नहीं किया था।
शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों का पैनल वीडियोग्राफी के साथ करेगा। इसके बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एक कांग्रेस कार्यकर्ता का कहना है कि युवक चोट लगने के बाद प्रदेश कार्यालय आया। उसने बताया कि पुलिस ने उसको मारा है। उसको कुछ देर आराम करने दीजिए।
प्रदर्शन के दौरान अजय राय बेहोश हुएकांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि हमारा गला दबाया गया। हमें जूते से मारा गया। हम खुद प्रदर्शन के दौरान बेहोश हो गए। इस प्रदर्शन के दौरान पुलिस प्रशासन की ओर से पूरी तरीके से अत्याचार, अन्याय और जुल्म किया गया। उसी के परिणाम में आज हमारे एक कार्यकर्ता की मौत हो गई।
हमारे कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसी में एक और कार्यकर्ता अदनान जाफरी को गंभीर चोट आई है। वह भी अस्पताल में भर्ती है। वह एनएसयूआई से जुड़ा है।
पुलिस ने नुकली बैरिकेडिंग लगाई थी, जिसका हम पहले से ही विरोध कर रहे थे। इस बैरिकेडिंग को हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या करने के लिए लगाया गया था। कार्यकर्ता प्रदर्शन के दौरान बेहोश हो गया था। उसके बाद उसे कांग्रेस कार्यालय लाया गया। फिर अस्पताल लाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया गया।
अजय राय ने कहा कि ब्रजेश पाठक ने यह कैसे कह दिया कि कार्यकर्ता की मौत पार्टी कार्यालय में हुई थी, जबकि अस्पताल में उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित किया।इस पूरे मामले की जांच कराई जाए। सरकार युवक की मौत की जिम्मेदार है। यह मौत नहीं हमारे कार्यकर्ता की हत्या है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि प्रभात पांडे हमारी पार्टी के पूर्व यूथ कांग्रेस में महासचिव थे। प्रदर्शन के दौरान उनकी मौत हो गई है। हमारा प्रत्येक कार्यकर्ता दुखी है और इस मुसीबत की घड़ी में परिवार के साथ खड़ा है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट हो पाएगा की मौत कैसे हुई। प्रथम दृष्टि में वह बेहोश पाए गए उन्हें लेकर अस्पताल लाया गया और यहां मृत घोषित कर दिया गया। हमारे पार्टी का सदस्य था और हम पूरी ताकत के साथ उसके न्याय की लड़ाई लड़ेंगे।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि मनीष पांडे ने फोन कर मुझे बताया कि कांग्रेस दफ्तर के अंदर मेरा भतीजा प्रभात पांडे बीमार पड़ा है। मैंने तत्काल सिविल अस्पताल से एंबुलेस भेज कर उसको भर्ती करवाया। यहां डॉक्टरों ने इलाज के दौरान उसे मृत बता दिया। मौत कैसे हुई, इसकी जांच होगी।
मृतक क्या कांग्रेस का कार्यकर्ता है ?
इस संबंध में बृजेश पाठक ने कहा कि हमें सिर्फ इतनी जानकारी मिली है कि वह पत्रकार मनीष का भतीजा है।
हमें जो जानकारी मिली उसके अनुसार युवक गंभीर अवस्था में कांग्रेस कार्यालय में पाया गया था।
इस संबंध में जांच के आदेश दे दिए गए हैं पोस्टमॉर्टम के बाद स्पष्ट हो पाएगा की मौत का क्या कारण है। पुलिस विभाग तमाम सीसीटीवी कंगाल रही है। सभी पहलुओं पर जांच की जाएगी।